महंगे हेल्थ इंश्योरेंस से परेशान हो रहे बुजुर्ग

संक्षेप:

  • देशभर के बुजुर्ग महंदे हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम से परेशान
  • 5 साल पहले इंश्योरेंस के लिए केवल 54,000 रुपये का प्रीमियम भरना होता था
  • इंश्योरेंस कंपनियों को सीनियर सिटिजन कैटिगरी में 300 फीसदी तक का नुकसान

देशभर के बुजुर्ग महंगे हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम से परेशान हैं। इंश्योरेंस कंपनियां सीनियर सिटिजन कैटिगरी के लोगों से हेल्थ इंश्योरेंस का भारी प्रीमियम वसूल रहीं हैं। गाजियाबाद की रहने वाले सुबितो बनर्जी और उनकी पत्नी अपनी जिंदगी के 70वें दशक में हैं। उनका हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम 32,000 से 63,000 रुपये हो चुका है। यह राशि पुराने प्रीमियम से लगभग दोगुनी है।  5 साल पहले इसी इंश्योरेंस के लिए केवल 54,000 रुपये का प्रीमियम भरना होता था। पेंशन पर जीवनयापन कर रहे ज्यादतर बुजुर्गों के लिए यह राशि काफी ज्यादा है। इन बुजुर्गों के लिए उम्र के इस पड़ाव पर इंश्योरेंस कंपनी बदलना भी आसान नहीं है। उनके साथ दिक्कत यह भी है कि ज्यादातर कंपनियों ने अपना प्रीमियम बढ़ा दिया है। बढ़े प्रीमियम से वैसे लोग भी परेशान हैं जिन्होंने अपने माता-पिता या फिर किसी और बुजुर्ग रिश्तेदार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदा है। अब उन्हें पहले से लगभग दोगुना प्रीमियम चुकाना पड़ रहा है।

नियमों में बदलाव इंश्योरेंस प्रीमियम में बढ़ोतरी की बड़ी वजह है। मसलन पहले बीमा धारक के द्वारा अगर कोई क्लेम नहीं किया है तो इस स्थिति में प्रीमियम पर 15% की छूट दी जाती थी, इस नियमे को हटा दिया गया है। उसी तरह पहले अगर एक ही परिवार के दो लोग हेल्थ इंश्योरेंस ले रहे होते थे तो उन्हें 10% का फैमिली डिस्काउंट भी मिलता था। इस तरह से इंश्योरेंस प्रीमियम में 25 फीसदी की छूट आमतौर पर सीनियर सिटिजन्स को मिल जाती थी। इससे प्रीमियम की राशि काफी कम हो जाती थी।

इंश्योरेंस कंपनी के सीएमडी जी. श्रीनिवासन बताते हैं  कि डिस्काउंट देने की पॉलिसी अब राहत पहुंचाने वाली नहीं रही। इंश्योरेंस कंपनियों को सीनियर सिटिजन कैटिगरी में 300 फीसदी तक का नुकसान हो रहा है। मेडिकल क्षेत्र में महंगाई बढ़ जाने के कारण हम प्रीमियम बढ़ाने को मजबूर हैं। श्रीनिवासन आगे बताते हैं कि इंश्योरेंस रेग्युलेटर आईआरडीए के नियम के अनुसार कंपनियां 3 साल में एक बार ही प्रीमियम बढ़ा सकती हैं। अंतिम बार 2012 में हमने प्रीमयिम बढ़ाया था। हम अब भी सीनियर सिटिजन कैटिगरी में नुकसान उठा रहे हैं। अगर इस नुकसान की भरपाई हमें करनी है तो प्रीमियम में और बढ़ोतरी की जरूरत होगी।

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