बीजेपी पार्षद को ट्रेनिंग पर ले जाने पर बिफर गए विपक्षी पार्षद

संक्षेप:

  • बोर्ड की पहली बैठक में हंगामे के आसार
  • चंडीगढ़ ट्रेनिंग का प्रोग्राम में गए मेयर और 10 पार्षद
  • इन पार्षदों के दलों में कांग्रेस, सपा और बसपा रही लामबंद

गाजियाबाद: गाजियाबाद नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक में हंगामा होने की स्क्रिप्ट तैयार हो गई है। इस स्क्रिप्ट को खुद मेयर आशा शर्मा ने तैयार किया है। वह अपने साथ चंडीगढ टूर पर केवल बीजेपी के पार्षदों को लेकर ही गई है। इसे लेकर कांग्रेस सपा और बसपा पार्षद लामबंद हो रहे हैं। कई पार्षदों का कहना है कि मेयर क्या केवल बीजेपी की ही है। यह सरकारी कार्यक्रम है और इसमें सभी दलों के पार्षद भी टूर पर जाने चाहिए थे, जिस तरीके से यह मामला तूल पकड़ रहा है, उससे उम्मीद है कि बोर्ड की पहली ही बैठक में हंगामा होगा।

नगर निगम बोर्ड की पहली बैठक से पहले ही मेयर और पार्षदों का चंडीगढ़ दौरा विवादों में घिरा है। दरअसल केंद्र सरकार की ओर से चंडीगढ़ ट्रेनिंग का प्रोग्राम मिला था। इस प्रोग्राम के तहत 15 और 16 जनवरी को मेयर और 10 पार्षदों की ट्रेनिंग होनी थी। शासन ने इस मामले में मेयर पर ही पूरी जिम्मेदारी डाल दी कि वह किस को अपने साथ ले जाए मेयर पार्षदों को अपने साथ ले गई है। उनमें एक भी गैर-बीजेपी पार्षद नहीं है। इसे लेकर गैर- बीजेपी पार्षदों के दलों में कांग्रेस, सपा और बसपा लामबंद हो रहे हैं।

ट्रेनिंग पर मेयर अपनी ही पार्टी के पार्षदों को लेकर गई है। उनमें अनिल स्वामी, रेखा जैन,संजीव त्यागी,संजय सिंह,मनोज गोयल, राजेन्द्र सिंह तितोरिया, बिजेंद्र सिंह चौहान, हिमांशु मित्तल, हिमांशु लव और साक्षी नारंग शामिल है। इन में एक भी पार्षद गैर-बीजेपी नहीं है। इस मामले को लेकर अब बीजेपी की सदन में टेंशन बढ़ने वाली है। बसपा पार्षद दल के नेता आनंद चौधरी सहित विरोधी दलों के पार्षदों ने इस पर नगर आयुक्त से आपत्ति जताई है। इनका कहना है कि कार्यक्रम बीजपी का नहीं था सरकार का था इसलिए यह फैसला कैसे कर लिया कि इस ट्रेनिंग कैंप में कोई भी पार्षद नहीं जाएंगे इसको लेकर कई निगम पार्षद निगम प्रशासन पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Ghaziabad की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles