गाजियाबाद: 4 महीने पहले महिला की मौत, पुलिस कर रही शव की तलाश

संक्षेप:

  • बीते अक्टूबर में महिला गुलशन की हुई थी मौत
  • मसूरी के कब्रिस्तान में अतिंम संस्कार कर किया दफन
  • मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत कराई दर्ज

गाजियाबाद: कहते हैं इंसान की मौत के बाद उसकी लाश को कब्रिस्तान में दफन कर दिया जाए, तो उसकी आत्मा को सुकून मिल जाता है। मामला गाजियाबाद का है, जहां कब्र के अंदर भी एक महिला को सुकून नहीं लेने दिया जा रहा है। दरअसल, महिला के मायके वाले और नोएडा जिला प्रशासन के लोग उस महिला की कब्र तलाश रहे हैं। कब्र का पता सिर्फ महिला के ससुराल वालों को है, आरोप है कि वह कब्र बताने को तैयार नहीं है।

क्या है पूरा मामला

मेरठ की रहने गुलशन नाम की महिला की शादी नोएडा के रहने वाले शख्स से करीब 18 साल पहले हुई थी। दोनों को 4 बच्चे हुए। सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन बीते अक्टूबर महीने में गुलशन की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। उसके बाद उसकी लाश को गाजियाबाद के मसूरी में कब्रिस्तान में दफन करके अंतिम संस्कार कर दिया गया। मसूरी में अंतिम संस्कार करने के पीछे का कारण गुलशन के परिवार का यहां बसना बताया जा रहा हैं। लेकिन चार महीने बाद अब गुलशन की लाश को वापस निकालने की कवायद हो रही है और गुलशन के मायके वाले उसकी कब्र तलाश रहे हैं।

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मसूरी के कब्रिस्तान में परिवार वाले नोएडा जिला प्रशासन की टीम के साथ आए हैं और जानना चाहते हैं कि उनकी बेटी की लाश किस कब्र में दफन है। लेकिन यहां पर बहुत सारी कब्र होने की वजह से उन्हें फिलहाल मालूम नहीं हो पा रहा कि उनकी बेटी किस कब्र में दफनाई गई थी। आरोप है कि जब ससुराल वालों से पूछा गया तो उन्होंने भी इस बात को नहीं बताया। मायके वाले इल्जाम लगा रहे हैं कि उनकी बेटी की मौत नहीं बल्कि हत्या थी और नोएडा में मामला दर्ज कराकर जिला प्रशासन के आदेश पर कब्र को दोबारा खोदकर डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कराया जाना है।

आरोप है कि गुलशन के ससुराल वाले डर की वजह ही सही कब्र नहीं बता रहे हैं। आरोप यह भी है कि ससुराल वालों ने मायके वालों के साथ मारपीट की। इसलिए मसूरी थाने में मारपीट का मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। बरहाल, 4 बच्चों की मां गुलशन इस दुनिया में नहीं है और उसका अंतिम संस्कार भी हो चुका है। लेकिन इस पूरे घमासान की वजह से शायद अभी वह कब्र में भी सुकून नहीं ले पाएगी।

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