गाजियाबाद में आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने की कारोबारी के घर में डकैती

संक्षेप:

बताया जा रहा है कि बदमाश बालकनी की खिड़की उखाड़कर अंदर घुसे थे। इसके बाद दंपती और दो बच्चों को गन प्वाइंट पर लेकर उन्होंने पूरी वारदात को अंजाम दिया। विरोध करने पर की बदमाशों ने परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट भी की।

गाजियाबाद। गाजियाबाद के राजनगर में डकैती की घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। राजनगर सेक्टर-6 स्थित एक आयुर्वेदिक दवा कारोबारी के घर में रविवार को आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों द्वारा डकैती डालने का मामला सामने आया है। 

बताया जा रहा है कि बदमाश बालकनी की खिड़की उखाड़कर अंदर घुसे थे। इसके बाद दंपती और दो बच्चों को गन प्वाइंट पर लेकर उन्होंने पूरी वारदात को अंजाम दिया। विरोध करने पर की बदमाशों ने परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट भी की। वे 15 लाख से अधिक का माल लूटकर फरार हो गए।

रविवार सुबह घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी भी मौके पर पहुंचे और परिवारवालों से बातचीत करने के बाद जांच शुरू की। दरअसल, राजनगर सेक्टर 6 की कोठी नंबर 5 बी में पवन गर्ग पत्नी रिशु गर्ग और दो बेटों 15 वर्षीय शिवा गर्ग व 13 वर्षीय आधर्व के साथ रहते हैं। पवन गर्ग की चौपला मंदिर के निकट भोला नाथ पंसारी के बगल में जय दयाल सतीश चंद्र के नाम से आयुर्वेदिक दवा का कारोबार है। 

ये भी पढ़े : युवती ने अश्लील वीडियो चैट कर बनाया एमएमएस, सोशल मीडिया पर वायरल करने की दी धमकी, मांगे 20 हजार रुपये


पवन गर्ग ने बताया कि रविवार रात करीब 3:30 बजे नकाबपोश छह बदमाश घर के बाहरी हिस्से में लगी खिड़की उखाड़कर घर में घुस आए और सो रहे परिवार को गन पॉइंट पर ले लिया। उन्होंने बताया कि चार बदमाश कमरे में थे, जबकि दो बदमाश गैलरी में खड़े थे। 

कमरे में आए चारों बदमाशों में से दो के हाथ में तमंचे और दो के हाथ में चाकू थे। शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी। विरोध करने पर मारपीट करने लगे और इसके बाद घर में रखे करीब 12 लाख रुपये के जेवरात, डेढ़ लाख रुपए की नकदी के अलावा अन्य कीमती सामान लूटकर फरार हो गए। 

इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। पुलिस ने बताया कि बदमाशों का पता लगाया जा रहा है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Ghaziabad की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles