गाजियाबाद बना इंटिग्रेटेड ई-चालान लागू करने वाला पहला जिला

संक्षेप:

  • गाजियाबाद में इंटिग्रेटेड ई-चालान सिस्टम लागू
  • ऐसा करने वाला यूपी का पहला जिला बना गाजियाबाद
  • नए सिस्टम से जरिए डीजीपी ने तीन वाहन के चालान किए

गाजियाबादः इंटिग्रेटेड ई-चालान सिस्टम लागू करने वाला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का पहला जिला बन गया है। डीजीपी ओपी सिंह ने हापुड़ चुंगी चौराहे पर इस सिस्टम का शुभारंभ किया। नए सिस्टम के जरिये डीजीपी ने तीन वाहन चालकों के चालान किए।

उन्होंने गाजियाबाद एसएसपी की ओर से तैयार किए गए मॉड्यूल डायल एफआईआर को भी विधिवत शुरू किया। उन्होंने माना कि सूबे के मेरठ जोन में क्राइम सबसे ज्यादा है। डीजीपी ने कहा कि यूपी के बड़े जिलों में कमिश्नरी व्यवस्था लागू कराने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजेंगे।

डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पहली बार इंटिग्रेटेड ई-चालान व्यवस्था लागू करने वाले गाजियाबाद जिले का अनुसरण प्रदेश के अन्य जिलों में भी कराया जाएगा। इस सिस्टम के तहत ट्रैफिक पुलिस को ऐसी मशीनें दी गई हैं, जो ‘वाहन’ वेबसाइट के डाटा से लिंक होंगी।

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वाहन का नंबर मशीन में दर्ज करते ही मालिक की पूरी जानकारी आ जाएगी। वाहन चालक मौके पर ही नकद या कार्ड से चालान का भुगतान कर सकेगा। जल्द ही इसे नेट बैंकिंग से भी जोड़ दिया जाएगा।

डीजीपी ने पुलिस लाइन में जिले की कानून-व्यवस्था की समीक्षा भी की। उन्होंने माना कि मेरठ जोन में क्राइम सबसे ज्यादा है, लेकिन क्राइम कंट्रोल हुआ है। सूबे में 5000 से ज्यादा अपराधियों को जेल भेजा गया और 6000 से ज्यादा अपराधी जमानत तुड़वाकर खुद जेल चले गए। 59 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए हैं। इसके अलावा डीजीपी ने डायल-100 की 109 बाइक को भी हरी झंडी दिखाई।

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