ग़ाज़ियाबाद: आगरा में मारे गए दरोगा का हुआ अंतिम संस्कार, पत्नी रोते हुए पुलिस से बोली- बदला लेना है बदला

संक्षेप:

  • मासूम पार्थ ने दी पिता को मुखाग्नि
  • सभी की आंखें हुईं नम, बेहोश हुई पत्नी
  • विदाई देने के लिए घरों की छतों पर जुट गए लोग

ग़ाज़ियाबाद । आगरा के खंदौली के गांव नहर्रा में बुधवार शाम को दरोगा प्रशांत यादव (35) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. छतारी के मोहल्ला जनकपुरी से दोपहर करीब एक बजे शहीद दरोगा प्रशांत यादव की उनके आवास से अंतिम यात्रा प्रारंभ हुई। जिसे उनके परिजनों और आगरा से साथ आए साथियों ने कंधा दिया। इस दौरान एक रिश्तेदार की गोदी में उनका मासूम पुत्र पार्थ भी साथ चल रहा था।

पति का  शव देख बेहोश हुई पत्नी

दोपहर के समय जब घर पर प्रशांत का शव पहुंचा तो देखकर उनकी पत्नी चीख पड़ीं और बेहोश गईं। मौके पर मौजूद महिलाओं ने उन्हें किसी तरह संभाला। कुछ देर बाद होश में आने पर बार-बार यूपी पुलिस से बदला लेने की बात कह रहीं थीं।

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गांव की सड़कें शहीद पर बरसाए फूलों से पट गईं

लोग अपने हीरो को नम आंखों से विदाई देने के लिए घरों की छतों पर जुटे हुए थे। जगह जगह पुष्प बरसाए जा रहे थे। गांव की सड़कें शहीद पर बरसाए फूलों से पट गईं। श्मशान में शव पहुंचते ही पार्थ को भी रिश्तेदार वहां लेकर पहुंचे। जहां वह अपने पिता को बार बार पुकार रहा था।  शव को चिता पर रखा गया। इसके बाद मासूम पार्थ को एक रिश्तेदार ने गोद में लेकर उसके पिता का अंतिम क्रियाकर्म शुरू कराया। पार्थ ने पिता को मुखाग्नि दी तो सबकी आंखें नम हो गईं।

शहीद के परिवार से मिले प्रभारी मंत्री

अंतिम संस्कार के बाद प्रभारी मंत्री/ परिवहन मंत्री स्वतंत्र प्रभार अशोक कटारिया, राज्य मंत्री अनिल शर्मा, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, एसएसपी संतोष कुमार सिंह प्रशांत के घर पहुंचे और परिवार से मिले। उन्होंने शहीद की पत्नी रेणु को सांत्वना दी। परिजनों ने उनसे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। साथ ही पत्नी को पुलिस में नहीं बल्कि शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की।

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