12 साल से नहीं हुआ सड़क निर्माण, हाईकोर्ट ने किया बिल्डर सहित जीडीए, नगर निगम को तलब

संक्षेप:

  • निर्माण नहीं होने से आंतरिक सड़कों का अस्तित्व खत्म।
  • गड्ढों में तब्दील हुई आंतरिक सड़कें।
  • अवंतिका एक्सटेंशन विकास समिति ने हाईकोर्ट में की याचिका दायर।

गाजियाबाद- अवंतिका एक्सटेंशन (फेज-दो) में बीते 12 सालों से निर्माण नहीं होने से आंतरिक सड़कों का अस्तित्व खत्म हो चुका है। गड्ढों में तब्दील हुई आंतरिक सड़कें और कोई सुनवाई नहीं होने से अवंतिका एक्सटेंशन विकास समिति ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। आरडब्ल्यूए की याचिका पर हाईकोर्ट ने यूपी हाउसिंग एंड डेवलपमेंट प्रिंसिपल सेक्रेट्री, बिल्डर, जीडीए और नगर निगम को नोटिस जारी कर तलब किया है। याचिका में आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने किसी भी एजेंसी से जल्द सड़कों का निर्माण कराने और योजना को नगर निगम को हैंडओवर करने की मांग की है।

आरडब्ल्यूए के मुताबिक साल 2009 में आखिरी बार आंतरिक सड़कों का निर्माण हुआ था। 12 साल में अब तक बिल्डर ने सड़कों का निर्माण तो दूर मरम्मत तक की सुध नहीं ली है। हाईकोर्ट के अधिवक्ता अनूप त्रिवेदी का कहना है कि सोसायटी के अध्यक्ष की ओर से सड़कों का निर्माण नहीं होने संबंधी याचिका दायर की गई है। याचिका में बिल्डर या फिर किसी भी सरकारी एजेंसी से सड़क निर्माण की मांग की गई है। साथ ही योजना को नगर निगम को हैंडओवर करने की गुहार लगाई गई है।

कई दिनों तक भरा रहता है बारिश का पानी
अवंतिका एक्सटेंशन के विभिन्न ब्लॉक में कई सड़कों का नामोनिशान खत्म हो चुका है। ऐसे में लोगों का पैदल चलना दूभर है। गड्ढों और बारिश का पानी जमा होने से बाइक फिसलने और लोगों के चोटिल होने की तमाम घटनाएं हो चुकी हैं। बड़े गड्ढे होने से कई दिनों तक बारिश का पानी जमा रहता है। आंतरिक सड़कों का निर्माण कराने और बिल्डर पर दबाव बनाने की कॉलोनी वासियों ने जीडीए अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
कोट: आरडब्ल्यूए

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कहीं नहीं हुई सुनवाई, फिर गए कोर्ट
1. अवंतिका एक्सटेंशन की आंतरिक सड़कों का हाल बेहाल है। बिल्डर, जीडीए, नगर निगम कहीं भी सुनवाई नहीं होने पर मजबूरी में हाईकोर्ट में याचिका डाली गई है। कोर्ट ने यूपी प्रिंसिपल सेक्रेट्री हाउसिंग, बिल्डर के साथ जीडीए, निगम को तलब किया है। -- एआर त्रिपाठी, अध्यक्ष, अवंतिका एक्सटेंशन विकास समिति
सड़क में गड्ढे नहीं, गड्ढों में सड़क
2. आंतरिक सड़कों का अस्तित्व खत्म हो चुका है। आवासीय योजना में सड़कों में गड्ढों की जगह गड्ढों में सड़क खोजनी पड़ती है। सड़कों में पानी जमा होने से आए दिन कोई न कोई दुर्घटना होती रहती है। कई लिखित शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हुए हैं। -संजीव शर्मा, उपाध्यक्ष, अवंतिका एक्सटेंशन विकास समिति
आंतरिक सड़कों का नामोनिशान गायब:
3. योजना की आंतरिक सड़कों का कई साल पहले ही नामोनिशान गायब हो चुका है। बिल्डर से गुहार लगाते थक चुके हैं। अब लगातार दुर्घटनाएं होने व बुजुर्गों व बच्चों के चोटिल होने से मजबूरी में कोर्ट का रुख किया है। -नागेंद्र शर्मा, उपाध्यक्ष, अवंतिका एक्सटेंशन विकास समिति
भरा रहता है बारिश का पानी, लोगों ने आना छोड़ा:
आंतरिक सड़कों का बुरा हाल है। गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कों के चलते थोड़ी सी बारिश में स्थिति भयावह हो जाती है। सड़कों पर पानी जमा होने से बच्चों ने बाहर खेलना और लोगों ने आना छोड़ दिया है। -सुषमा तिवारी, अवंतिका एक्सटेंशन निवासी
कोट: अधिकारी
जानकारी लेकर कराएंगे कार्रवाई
अवंतिका एक्सटेंशन के मामले और हाईकोर्ट की याचिका की जानकारी नहीं है। मामले की जांच कराकर आगे कार्रवाई की जाएंगी। -बृजेश कुमार, सचिव, जीडीए
अंसल हाउसिंग से लें जानकारी:
अवंतिका एक्सटेंशन की सड़कों को लेकर कुछ नहीं बोलना चाहता हूं। इस मामले में अवंतिका हाउसिंग में जाकर पूछिए। -थॉमस, जीएम मेंटेनेंस, अंसल हाउसिंग

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