बुलंदशहर में पाइप लाइन से घर-घर तक पहुंचेगी रसोई गैस

संक्षेप:

  • सिलेंडर बुक कराने की झंझट से जल्द ही मिलने वाली है मुक्ति
  • नगर गैस परियोजना का पीएम मोदी करेंगे शिलान्यास
  • पाइप लाइन से घर-घर तक पहुंचेगी रसोई गैस

देश के छोटे शहरों में भी लोगों को सिलेंडर बुक कराने की झंझट से जल्द ही मुक्ति मिलने वाली है। 22 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के विज्ञान भवन से पीएनजीआरबी के तहत नगर गैस परियोजना का शिलान्यास करने वाले हैं। इस दौरान वें बुलंदशहर में भी सीएनजी और पीएनजी परियोजना का शिलान्यास करेंगे।

इस योजना से बुलंदशहर समेत कई शहरों में पाइप लाइन से रसोई गैस घर-घर तक पहुंचेगी। इससे अब लोगों को सिलेंडर बुक कराने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।

यह परियोजना 300 करोड़ की लागत से शुरू होगी जिसके तहत पीएनजी गैस पाइपलाइन बिछाने का काम शहर-शहर किया जाएगा। इस परियोजना की जिम्मेदारी इंडियन अॉयल और अदाणी ग्रुप को मिली है। कंपनी को बुलंदशहर के अलावा अलीगढ़ और हाथरस की भी कमान मिली है।

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परियोजना के अंतर्गत 129 जिलों में 65 भौगोलिक क्षेत्रों में काम की शुरुआत होगी। इसमें अगले 8 वर्षों में करीब 1.43 लाख घरेलूी पीएनजी कनेक्शन, 46 सीएनजी पंपों की स्थापना और 1662 इंच-किलोमीटर पाइप लाइन शामिल है।

कोयले व अन्य तरल ईंधन की तुलना में प्राकृतिक गैस ज्यादा बेहतर, सस्ता, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल ईंधन है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मई 2018 में जारी आंकड़ों के अनुसार पीएम 2.5 कॉन्सेंट्रेशन की दृष्टि से विश्व के 15 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में से 14 भारत में हैं।

यही नहीं प्राकृतिक गैस पेट्रोल की तुलना में 60 प्रतिशत और डीजल की तुलना में 45 प्रतिशत सस्ती है। बता दें कि भारत के ऊर्जा स्रोत में सिर्फ 6 प्रतिशत प्राकृतिक गैस है जबकि विश्व में इसका प्रतिशत 23.4 प्रतिशत है।

पीएम मोदी ने दिसंबर 2015 में सीओपी 21 पेरिस सम्मेलन में यह प्रतिबद्धता जताई थी कि सन 2030 तक भारत कार्बन उत्सर्जन को 2005 के स्तर, जो 33 प्रतिशत था, से कम कर देगा।

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