गाजियाबाद के निकेश बने दुनिया की नंबर-1 साइबर सिक्योरिटी कंपनी के CEO

संक्षेप:

  • शेयर के दाम बढ़ेंगे तो ही मिलेगा इतना वेतन
  • सॉफ्टबैंक में ली थी दो साल में लिए थे 1946 करोड़ रुपये
  • दुनिया के सबसे ज्यादा वेतन लेने वाले सीईओ में शामिल

गाजियाबाद के निकेश अरोड़ा दुनिया की सबसे बड़ी साइबर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी के सीईओ बन गए। वे करीब 858 करोड़ रुपये वेतन के साथ दुनिया के ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ में से एक बन गए हैं। दरअसल, जापान की नामी टेलिकॉम कंपनी सॉफ्टबैंक से पिछले साल दुनिया के तीसरा सबसे वेतन पाने वाला सीईओ बनने के बाद मतभेदों की वजह से इस्तीफा देना पडा़ था।

वहीं करीब 19 बिलियन डॉलर की ब्रांड वैल्यू वाली कैलिफोर्निया स्थित पालो आल्टो नेटवर्क्स कंपनी की दुनिया में करीब 50 हजार कंपनियों में हिस्सेदारी है और उसमें करीब 5 हजार कर्मचारी काम करते हैं। कंपनी की तरफ से सोमवार को दर्ज की गई नियामक रिपोर्ट में बताया गया है कि करीब 50 साल के निकेश को कंपनी से मिले करीब 858 करोड़ रुपये के पैकेज की खास बात ये शर्त है कि इतने पैसे पाने के लिए उन्हें कंपनी के शेयरों का दाम चार गुना बढ़ाना होगा।

निकेश कंपनी के पिछले सीईओ और चेयरमैन मार्क लाफलिन की जगह लेंगे। जो अब कंपनी के सेंट्रल बोर्ड वाइस चेयरमैन बन गए हैं। लाफलिन 2015 में कंपनी से दुनिया के 5वें सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले एक्जीक्यूटिव के तौर पर जुड़े थे।

ये भी पढ़े : 20 साल के कॉलेज छात्र ने बनाया रियल एस्टेट क्षेत्र में क्रांति लाने वाला पोर्टल


इस तरह से मिलेगा वेतन

6.7 करोड़ रुपये का मिलेगा सालाना वेतन

6.7 करोड़ रुपये का होगा सालाना बोनस

268 करोड़ रुपये के शेयर रहेंगे उनके नाम पर

07 साल तक इन शेयरों को नहीं बेच पाएंगे निकेश

134 करोड़ रुपये में करीब 22000 शेयर अपने पैसे से खरीदने होंगे निकेश को 6 जुलाई तक

443 करोड़ रुपये का स्टॉक विकल्प मिलेगा उन्हें कंपनी की शेयर वैल्यू 150 फीसदी बढ़ने पर

04 गुना तक कंपनी की कीमत बढ़ी तो ये 443 करोड़ रुपये का पूरा स्टॉक हो जाएगा निकेश का

858 करोड़ रुपये का हो जाएगा इस तरह निकेश का पूरा सालाना पैकेज

साल 1992 में अपनी पहली नौकरी करने वाले निकेश 2004 में गूगल से जुड़े थे। गूगल में 10 साल तक काम करने के बाद 2014 में वे सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉरपोरेशन में जुड़ गए थे, जहां उनकी हैसियत सॉफ्टबैंक के संस्थापक मासायोसी सन के बाद नंबर-2 की थी। पिछले साल मतभेदों के बाद सॉफ्टबैंक से इस्तीफा देने वाले निकेश को इस दौरान करीब 1946 करोड़ रुपये वेतन पैकेज के तौर पर मिले थे।

गाजियाबाद में भारतीय एयरफोर्स के अधिकारी के यहां जन्मे निकेश ने 1989 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेट्रिक्ल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। इसके बाद उन्होंने अमेरिका में पढ़ाई करने के लिए पिता से उधार के तौर पर 75 हजार रुपये लिए थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्हें अमेरिका में अपनी पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए बर्गर बेचने और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी जैसे काम भी करने पड़े।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Ghaziabad की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।