सांड की तेरहवीं में पहुंचे विधायक, कहा- उसके प्रति हमारा श्रद्धाभाव
- मुजफ्फरनगर में अनोखी तेरहवीं का आयोजन
- करंट लगने से हो गई थी सांड की मौत
- विधायक ने कही ये बात
मुजफ्फरनगर में मंगलवार को एक अनोखी तेरहवीं का आयोजन हुआ। तेहरवीं भी किसी मनुष्य या साधु-संत की नहीं बल्कि एक ऐसे सांड की है, जिसने गांव में 14 साल गुजारे। बाद में उसकी करंट लगने से मौत हो गई।
इस रस्म में राजनेताओं समेत पांच हजार से भी अधिक लोग शामिल हुए। बुढ़ाना क्षेत्र के गांव उकावली में मृतक सांड भोले की तेहरवीं बड़ी धूमधाम के साथ मनाई गई। ब्रह्मभोज के बाद मृतक सांड के 3 माह के बछड़े को रस्म पगड़ी पहनाई गयी।
इस सांड से इलाके के लोगों को काफी प्रेमभाव और लगाव था। इस सांड को श्रद्धासुमन करने पहुंचे क्षेत्र के विधायक उमेश मलिक ने कहा कि सांड के प्रति हमारा श्रद्धाभाव है। गांव के बच्चे और क्षेत्र के लोग उससे बेहद प्यार करते थे।
ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी
विधायक ने बताया कि गांव उकावली में अद्भुत व्यक्तित्व निवास करते हैं। समाज में व्यक्तियों से प्रेम के अलावा पशु प्रेम भी उजागर हुआ है। ग्रामीणों ने एक नंदी बैल की भव्य रस्म तेहरवीं कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि आजतक ऐसा कहीं भी नहीं देखने को मिला है। इसकी तेहरवीं पर एक बड़ा भंडारा किया गया, जिसमें पांच हजार से अधिक लोगों ने ब्रह्मभोज भी किया।
ग्रामीण जनार्धन त्यागी ने बताया कि शिवालय में मृतक सांड की एक मूर्ति भी स्थापित की जाएगी। उन्होंने बताया कि भोले सांड की खूबियों को ग्रामीण भुला नहीं पाएंगे। आज सांड के किस्से जिले भर में दूर-दूर तक गूंज रहे हैं। ग्रामीण पवन त्यागी की गाय के तीन माह के बछड़े को रस्म पगड़ी पहनाई गयी। ग्रामीणों ने बताया कि यह बछड़ा मृतक सांड की ही संतान है। 24 जुलाई को विधुत लाइन का तार टूटने से भोला सांड बिजली की चपेट में आ गया था। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी थी।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
Read more Ghaziabad की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।