गाजियाबाद: नौकरी दिलवाने के नाम पर PTM से करते थे वसूल पैसा, 3 गिरफ्तार

संक्षेप:

  • गाजियाबाद पुलिस ने एक गिरोह को किया गिरफ्तार
  • नौकरी लगवाने का लालच देकर करते थे ठगी
  • पेटीएम के माध्यम से वसूल करते थे पैसा

गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो नौकरी लगवाने का लालच देकर लोगों से पेटीएम के माध्यम से पैसा डलवाने का काम करते थे। दरअसल, गाजियाबाद के थाना कविनगर के कमला नेहरू नगर बस स्टैंड के पास से समय 11.45 बजे यूपी एसटीएफ ने एक बड़ी कार्यवाही की है। यूपी एसटीएफ को काफी दिनों से नौकरी लगवाने का लालच देकर पैसा `पेटीएम` में डलवाये जाने के शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अभिषेक सिंह ने राजीव नारायण मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक, राजकुमार मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ फील्ड यूनिट नोएडा को निर्देशित किया।

गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त प्रीतम सिंह ने पूछताछ पर बताया कि वह बीएससी की पढाई कर चुका है और नौकरी के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करके पैसा लेने का काम पिछले ढाई सालों से कर रहा है। बताया कि उसके इस गैंग में दलबीर, इकरामुद्दीन उर्फ जलालू भी शामिल हैं। इकरामुद्दीन उर्फ जलालू का काम फर्जी आईडी पर सिम उपलब्ध कराना है, जिसमें बदले उसको हर एक सिम पर 500/- रुपये दिए जाते है। गिरफ्तार अभियुक्तों से संयुक्त रूप से पूछताछ के बाद करीब ढाई साल से नौकरी डॉट कॉम से फर्जी कम्पनी बनाकर नौकरी दिलाने के नाम पर अकाउंट में पैसा ट्रान्सफर कराते थे और ये अकाउंट फर्जी आधार कार्ड, गलत नाम पते की वोटर आईडी पर खोले जाते थे।

फिर आवेदन करने वाले का डेटा प्राप्त होने के बाद कंडीडेट को नामी गिरामी कम्पनी में इन्टरव्यू लेटर भी भेज देते थे और उसके बाद पुनः आवेदनकर्ता को ज्वाइन के नाम पर और पैसा एकाउन्ट में डलवाते थे। बाद मे मोबाइल नम्बर को बन्द कर दिया जाता था। पिछले 6 महीने से ये पैसा पेटीएम के द्वारा विभिन्न बैंक खातों में ट्रान्सफर किया जाने लगा। पूछताछ में यह भी संज्ञान में आया है कि इन लोगों द्वारा केवाईसी के लिए फर्जी आधार कार्ड, फर्जी वोटर आईडी बनवाने के लिए स्थानीय विधायक एवं ग्राम प्रधानों के फर्जी लेटरपेड छापकर एवं फर्जी तरीके से मोहरे बनाकर उनका इस्तेमाल किया जाता था।

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