यहां जानें FD या PPF में से किस स्कीम में पैसा लगाना हैं बेहतर

संक्षेप:

  • PPF में मिलता है ज्यादा रिटर्न या FD में?
  • FD और PPF दोनों ही इन्वेस्टमेंट की हैं काफी पॉपुलर स्कीम
  • दोनों स्कीम में पैसा लगाना हैं बेहतर

सुरक्षित भविष्य के लिए और इन्वेस्टमेंट के लिए फिकस्ड डिपॉजिट (FD) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड PPF दोनों काफी पॉपुलर स्कीम मानी जाती हैं। पीपीएफ में जहां ब्याज दरें सरकार तय करती है तो वहीं एफडी में अलग-अलग बैंक अपनी-अपनी स्कीम्स चलाते हैं।

पीपीएफ में यह फैसिलिटी ये भी है कि अकाउंट को पोस्ट ऑफिस बैंक और बैंक से पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर करवाया जा सकता है। आज हम आप को बताएंगे की आपके लिए पीपीएफ बेहतर है या एफडी।

इफेक्टिव इंटरेस्ट

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पीपीएफ अकाउंट में रिटर्नस इफेक्टिव होते हैं। इंटरेस्ट रेट गवर्नमेंट द्वारा हर क्वार्टर में सेट किया जाता है। सरकार यह गवर्नमेंट सिक्युरिटीस से मिलने वाले रिटर्नस के हिसाब से करती है। अभी इसमें 7.6% इंटरेस्ट दिया जा रहा है। 1968-69 में जहां यह 4 परसेंट था, वहीं 1986-2000 में यह 12 परसेंट तक पहुंच गया था। इसमें इंटरेस्ट टैक्स फ्री होता है।

डिपॉजिट लिमिट

अकाउंट में एनुअली मिनिमम बैलेंस की लिमिट 500 रुपए है इससे कम अमाउंट होने पर अकाउंट डीएक्टिवेट हो जाता है। इसमें अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक का अमाउंट डिपॉजिट किया जा सकता है। कोई व्यक्ति खुद के साथ ही बच्चे के नाम पर भी पीपीएफ अकाउंट ओपन कर सकता है।

1.5 लाख से ज्यादा अमाउंट होता है तो इस पर कोई इंटरेस्ट नहीं मिलता और यह सेक्शन 80सी के तहत टैक्स बेनिफिट भी नहीं मिलता। एक्सेस अमाउंट सब्सक्राइबर को बिना इंटरेस्ट के रिफंड कर दिया जाता है।

माइनर के नाम पर कर सकते हैं ओपन

माता या पिता माइनर के नाम पर भी अकाउंट ओपन कर सकते हैं। हालांकि एक ही बच्चे के नाम पर माता-पिता अलग-अलग अकाउंट ओपन नहीं कर सकते। कोई भी इनडिविजुअल सिर्फ एक ही अकाउंट इसमें ओपन कर सकता है। फिर या तो वह बैंक में अकाउंट ओपन कर ले या पोस्ट ऑफिस में। यदि दो अकाउंट कोई ओपन करता है तो उसको एक ही अकाउंट पर इंटरेस्ट बेनिफिट मिलता है।

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