गोरखपुरः गांधी जयंती पर फहराया ध्वज, गाया गया राष्ट्रगान

संक्षेप:

  • गांधी जयंती पर पूर्व डीएम ने फहराया झंडा
  • सभी लोगों ने मिलकर गाया राष्ट्रगान
  • रवीन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें महात्मा कहा- डीएम

गोरखपुरः गांधी जी तथा शास्त्री जी ने अपने कर्म से पूरी मानवता को रास्ता दिखाया जिसका अनुसरण भारत के साथ साथ अन्य महाद्वीप के देशों ने भी किया। उक्त विचार जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने किया। कलेक्ट्रेट में वे दोनों महापुरूषों की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मार्टिन लथूर किंग, नेलसन मंडेला, दलाई लामा, आन सू की आदि ने गांधी जी के सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह, अवज्ञा आन्दोलन का अनुसरण किया और मानवता को राह दिखाई।

उन्होंने कहा कि पोरबन्दर में जन्म लेकर उन्होंने साउथ अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ अभियान चलाया। लगभग 22 वर्ष वहां रहकर 1915 में भारत लौटे और स्वतंत्रता आन्दोलन का नेतृत्व किया। उन्होंने आजीवन भारत वासियों के रंग ढंग से जीवन यापन किया और उन्हें आजादी के लिए एकजुट किया। गांधी जी ने 1919 में रालोट एक्ट का विरोध किया, 1920 में असहयोग आन्दोलन चलाया, 1930 में सविनय अवज्ञा आन्दोलन चलाया, 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन चलाया।

रवीन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें महात्मा कहा। सुभाष चन्द्र बोस ने उन्हें राष्ट्रपिता कहा। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने स्वच्छता का न केवल नारा दिया बल्कि उसे अपनाया भी। वे सम्मेलन, कार्यक्रम, आपने निवास स्थल, आश्रम, अनुसूचित जाति बस्ती में स्वंय स्वच्छता का कार्य करते थे। उन्होंने न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक रूप से भी स्वच्छता पर बल दिया। इसे हमें मन से अपनाना होगा।

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लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जय जवान जय किसान का नारा देने वाले देश के प्रधानमंत्री शास्त्री जी ने देश में नई उर्जा और शक्ति का संचार किया। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ने गरीबी भोगा था लेकिन वे परिश्रम और दृढ़ संकल्प का साथ कभी नही छोड़ा। इसके पूर्व जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा राष्ट्रगान गाया।

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