गोरखपुर - अधूरा पड़ा जुबिली कॉलेज हॉस्टल का काम

संक्षेप:

  • पैसे के कमी से अधूरा पड़ा जुबिली कॉलेज का हॉस्टल
  • डीएम ने अभियंताओं से मांगी कार्य योजना
  • मार्च 2017 में बनकर तैयार हो जाना था हॉस्टल  

गोरखपुर -  गोरखपुर के जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने राजकीय जुबिली इन्टर कॉलेज में निर्माणाधीन छात्रावास के अभियंताओं से कार्ययोजना मांगी। दरअसल, जुबली कॉलेज परिसर में 100 छात्रों के लिए एक छात्रावास बन रहा है। इसका निर्माण मार्च 2016 में शुरू हुआ जिसे मार्च 2017 में पूरा होना था लेकिन पैसे न मिलने के कारण पिछले एक साल से निर्माण कार्य रूका है।

निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था यूपी राजकीय निर्माण सहकारी संघ को कुल लागत 2.07 करोड़ का 1.45 करोड़ रुपये मिले जिससे भूतल निर्माण कार्य हुआ है। दूसरी मंजिल के छत का निर्माण नहीं हो पाया है। जिलाधिकारी ने विभाग को इस मामले में में पत्र लिखा और शेष धनराशि जारी करने की बात कही। लेकिन एक साल पूरा होने के कारण निर्माण सामग्री की लागत में बढ़ोत्तरी को देखते हुए लगभग 62 लाख रूपये में छात्रावास पूरा होना मुश्किल दिख रहा है।

जिसके बाद डीएम ने निर्देश दिया है कि दूसरी किश्त से कम से कम 50 बेड वाला एक सेट पूरा करा लिया जाये और इसका उपयोग शुरू किया जाये। जिलाधिकारी के पूछने पर अधिशासी अभियंता विनय सिंह ने बताया कि इस भवन को नये मानक के अनुसार बनाया जा रहा है। इसमें रेन वाटर, हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है। जिससे बरसात का पानी सीधे भूमि के अन्दर चला जायेगा और पानी की कमी नहीं होगी। डीएम ने राजकीय जुबली इंटर कालेज में जाकर अध्यापकों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि कालेज में अनुशासन बनायें, पठन-पाठन बेहतर करें।

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राजकीय जुबली इंटर कालेज का अतीत गौरवशाली रहा है। प्रधानाचार्य नन्दलाल यादव ने वर्ष 2017 में हाईस्कूल एंव इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा का परिणाम की जानकारी दिया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य नन्दलाल यादव, सिटी मजिस्ट्रेट विवेक श्रीवास्तव, एसडीएम सदर राहुल पाण्डेय, डीआईओएस जी.पी. भदौरिया व कालेज के स्टाफ उपस्थित रहे।

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