गोरखपुरः लेखपालों ने संपूर्ण कार्य बहिष्कार कर किया धरना प्रदर्शन

संक्षेप:

  • लेखपालों ने संपूर्ण कार्य बहिष्कार कर किया धरना प्रदर्शन
  • राज्य सरकार ने लेखपालों के हड़ताल पर लगाया प्रतिबंध
  • छह महीने के लिए लगाई हड़ताल करने पर रोक

गोरखपुरः राज्य सरकार ने राजस्व लेखपालों की हड़ताल छह महीने के लिए प्रतिबंधित कर दी है। हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश आवश्यक सेवाओं का अनुरक्षण अधिनियम (एस्मा) के तहत कार्रवाई होगी। राजस्व विभाग ने इस बारे में शासनादेश जारी कर दिया है।

शासनादेश का अनुपालन न करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर जाने वाले लेखपालों के विरुद्ध अधिनियम के तहत बगैर वारंट जारी कराए गिरफ्तारी, निलंबन और छह माह की जेल तथा आर्थिक दंड की कार्रवाई की जा सकती है।

गौरतलब हो कि उप्र लेखपाल संघ ने अपनी मांगों को लेकर तीन जुलाई से कामकाज का संपूर्ण बहिष्कार कर प्रदेश भर के तहसील मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर रहे है। तीन जुलाई से इनका धरना प्रदर्शन जारी है। इसी क्रम में गोरखपुर में तहसील मे एस्मा लगने के बावजूद सभी लेखपाल आज काम काज ठप करके धरना दे रहे है।

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लेखपालों की हड़ताल को एस्मा के तहत प्रतिबंधित किये जाने पर संघ के गोरखपुर के लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष दिनेश कुमार पंकज ने कहा है कि किसी उत्पीड़नात्मक कार्रवाई के दबाव में आंदोलन वापस नहीं होगा। अपनी मांगें पूरी न होने तक प्रदेश के 32 हजार लेखपाल जेल जाने से लेकर किसी भी दंडनात्मक कार्रवाई के लिए तैयार हैं।

अब देखना यह दिलचस्प होगा इस लड़ाई में प्रदेश सरकार जीतती है या लेखपाल संघ जहा एक तरफ लेखपालों के आंदोलन को दबाने के लिए एस्मा लगा रही है वही लेखपाल भी अपना आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं है। फिलहाल इस लड़ाई का नतीजा जो भी आये नुकसान जनता का हो रहा।

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