Eid mubarak 2018: ईद के लिए सज गए गोरखपुर के बाजार

संक्षेप:

  • नहीं दिखा चांद, अब शनिवार को मनाई जाएगी ईद
  • ईद के त्यौहार को लेकर गोरखपुर में बाजार में रौनक
  • नीचे पढ़ें- आखिर चांद देखकर ही क्यों मनाते हैं ईद ?

जब भी ईद की बात होती है, तो सबसे पहले जिक्र ईद के चांद का आता है। ईद का चांद रमजान के 30वें रोज़े के बाद ही दिखता है। इस चांद को देखकर ही ईद मनाई जाती है। गौरतलब है कि हिजरी कैलेण्डर जो एक इस्लामिक कैलेण्डर है, के अनुसार ईद साल में दो बार आती है। एक ईद.. ईद-उल-फितर के तौर पर मनाई जाती है जबकि दूसरी को कहा जाता है ईद-उल-जुहा. ईद-उल-फितर को महज ईद भी कहा जाता है। इसके अलावा इसे मीठी ईद भी कहते हैं, जबकि ईद-उल-जुहा को बकरीद के नाम से भी जाना जाता है।

यदि शुक्रवार यानी आज चांद दिखाई दे गया तो शनिवार को ईद मनाई जाएगी नहीं तो रविवार को ईद का पर्व मनाया जाएगा। शहरकाजी अनवार अहमद ने बताया कि 29वें रोजे पर शबवाल महीने की पहली तारीख का चांद देखा जाएगा। शुक्रवार को जुमातुलविदा की नमाज अदा की जाएगी। आपको बता दें की ईद उसी दिन मनाई जाती है जिस दिन चांद नजर आता है। यही वजह है कि कई बार एक ही देश में अलग-अलग दिन ईद मनाई जा सकती है, जहां चांद पहले देखा जाता है वहां ईद पहले मन जाती है। ईद के त्यौहार को लेकर गोरखपुर में बाजार सजक चुके है। बाजारों में रौनक दिखाई दे रही है।

मुस्लिमों का पवित्र त्योहार ईद उल फितर सऊदी अरब समेत लगभग सभी खाड़ी देशों में शुक्रवार यानी 15 जून 2018 को मनाया जाएगा। गुरुवार को शाम 3:43 बजे चांद दिखने पर यूएई की चांद देखने वाली समिति ने इस बात का आधिकारिक तौर पर ऐलान किया। समिति ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि शुक्रवार का दिन शाव्वल महीने पहला दिन होगा और इसी दिन ही ईद उल फितर मनाया जाएगा। ईद मनाने का ऐलान समिति ने मगरिब की नमाज अता करने के बाद किया।

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