सावधान! आपके फोन के ये Apps बैटरी पर डालते है बुरा असर

संक्षेप:

आज के दौर में स्मार्टफोन बना जरूरी

स्मार्टफोन है तो ऐप का भी होना जरूरी   

ये ऐप ज्यादा लेते है बैटरी

आज के दौर में बिना फोन जिंदगी कुछ नहीं है, स्मार्टफोन ने हमारे लाइफ में ही जरूरी जगह बना ली है। स्मार्टफोन हैं तो जाहिर सी बात है, तो ऐप भी होंगे। अगर आपके स्मार्टफोन में ये ऐप है, तो आपकी फोन की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है, जिससे कई बार हम चार्ज नहीं कर पाते और फोन बंद हो जाता है। तो आईये जानते है कि ये कौन से ऐप है, जिससे एक्टिविटी होने से बैटरी लो हो जाती है।

musical.ly

ये भी पढ़े : Android के लिए 4raBet ऐप डाउनलोड करें


आजकल पॉपुलर हो रही ये म्युज़िक ऐप फोन की बैटरी चूस रही है। इस ऐप का बैकग्राउंड प्रोसेस फोन की बैटरी को जल्दी ड्रेन कर रहा है। जब इस ऐप को चलाया जाता है तो फोन के हार्डवेयर रिसोर्स को भारी मात्रा में यूज़ करते हैं और यही वजह है कि ये बैटरी ड्रेन करता है।

Snapchat

स्नैपचैट सबसे ज़्यादा बैटरी कंज्यूम करने वाले ऐप्स में से एक है। यब ऐप Avast लिस्ट में 4th नंबर पर है। डेवलपर्स के एक फोरम पर बैटरी कम खर्च होने के लिए स्नैपचैट को अनइंस्टॉल करने की बात कही गई है। इसके अलावा यूज़र खुद भी एक्सपीरिएंस कर सकते हैं कि स्नैपचैट यूज़ करने पर फोन की बैटरी 5-6% तक खत्म हो जाती है।

Tinder

भले ही टिंडर आपके सोशल लाइफ को बूस्ट करता हो मगर फोन के मामले में यह आपके लिए बेकार है। टिंडर भी एक ऐसा ऐप है जो आपके मोबाइल की बैटरी ज़्यादा कंज्यूम करता है।

Microsoft Outlook

आउटलुक ऐप आपके फोन की बैटरी को जल्दी खर्च करती है। ऑफिशियल काम के लिए ज़्यादातर आउटलुक का ही यूज़ होता है, मगर बैटरी बचानी है तो इस बात का ध्यान रहे कि यह ऐप बैटरी कंज्यूम करती है।

Facebook and Messenger

दुनिया का सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक आपकी मोबाइल बैटरी का दुशमन है। साथ ही इसकी सिस्टर ऐप मेसेंजर भी इस लिस्ट में शामिल है जो आपकी बैटरी खर्च करती हैं।

Youtube, Netflix 

यूट्यूब, नेटफ्लिक्स और इन जैसी बाकी स्ट्रीमिंग ऐप्लिकेशंस बैटरी की दुशमन है, जिनकी वजह से मोबाइल बैटरी जल्दी-जल्दी ड्रेन हो जाती है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य गोरखपुर की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।