देवर‍िया शेल्टर होम कांड: बैन होने के बावजूद संस्था में भेजी गई 235 बच्चियां

संक्षेप:

  • मां विंध्यवासिनी बालिका संरक्षण गृह में सेक्स रैकेट का मालमा
  • रजिस्ट्रेशन कैंसल होने के बावजूद 235 बच्चियों को भेजा गया
  • ‘छोटी मैम’ कंचनलता त्रिपाठी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया

देवरिया जिले के मां विंध्यवासिनी बालिका संरक्षण गृह में सेक्स रैकेट के खुलासे ने हड़कंप मचा दिया है। मामले में कई खुलासे लगातार सामने आते जा रहे है। एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है कि संस्था का रजिस्ट्रेशन कैंसल होने के बावजूद भी पुलिस और प्रशासन बच्चियों को इसी संरक्षण गृह में भेजते रहे। कहा जा रहा है कि बैन लगने के बाद 235 बच्चियों को भेजा गया। वहीं इस मामले में दूसरी आरोपी संचालिका गिरिजा त्रिपाठी की बेटी और अधीक्षिका ‘छोटी मैम’ कंचनलता त्रिपाठी को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में ले लिया।

आरोपी होने के बाद भी पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बाकी आरोपियों के बारे में उससे पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस शेल्टर होम में मिली सभी बच्चियों के 161 के तहत बयान दर्ज करा रही है। बुधवार को बच्चियों के मजिस्ट्रेट के सामने बयान होंगे।इस बीच लापता 18 बच्चियों को तलाशने के लिए चार पुलिस टीमों ने गहन तलाशी करती रहीं, लेकिन कोई क्लू नहीं मिला।

बच्चियों की मेडिकल रिपोर्ट को लेकर आला अफसरों ने चुप्पी साध ली है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में बच्चियों के किसी तरह की चोट की पुष्टि नहीं हुई है। यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए बच्चियों की स्लाइड जांच के लिए लखनऊ भेजी गई हैं। बच्चियों के मेडिकल के दौरान उनके उम्र के कॉलम खाली रखे गए हैं। डॉक्टरों के पैनल ने बच्चियों की उम्र की जांच नहीं की है। लड़कियां अपनी उम्र भी नहीं बता पा रही हैं।

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आपको बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर की तरह ही देवरिया के एक बालिका गृह में वहां लड़कियों के साथ कथित यौन शोषण का मामला सामने आया है। एक बच्ची की शिकायत पर एसपी ने बालिका गृह से कई लड़कियों को रेस्क्यू कराया है। फिलहाल संस्था को सील कर दिया गया है। शेल्टर होम केस में पुलिस ने एक और गिरफ्तारी कर ली पुलिस का दावा है कि संस्था से अभी कई लोग गायब हैं, जिनमें बालिका गृह की महिलाएं, लड़कियां और बच्चे शामिल हैं।

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