पूर्व MLC और चर्चित बाल रोग विशेषज्ञ डॉ वाई डी सिंह का निधन

संक्षेप:

  • पूर्व एमएलसी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रख्यात बाल रोग विशेषज्ञ डा वाई डी सिंह का शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.
  • डॉ. वाई डी सिंह गरीबों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते थे.
  • बीजेपी से जुड़े होने के अलावा वह गोरक्षपीठ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबियों में से थे.

गोरखपुर: पूर्व एमएलसी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रख्यात बाल रोग विशेषज्ञ डा वाई डी सिंह का शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 73 साल के थे. डा.सिंह के निधन से पूर्वी उत्तर प्रदेश में उनके समर्थकों, शुभचिंतकों के बीच शोक की लहर है. बेहद मिलनसार और धुन के पक्के डॉ. वाई डी सिंह गरीबों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते थे.  बीजेपी से जुड़े होने के अलावा वह गोरक्षपीठ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबियों में से थे. पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह उन्हें हार्ट अटैक आया. जिससे उनकी मृत्यु हो गई.

काम से छोड़ी अमिट छाप

डॉ वाई डी सिंह लंबे समय तक बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष रहे. उन्होंने सरकारी नौकरी में रहते हुए और सेवानिवृति के बाद भी अपने काम से लोगों के दिलों में अमिट जगह बनाई. सेवाकाल में उनकी अगुवाई में गोरखपुर के बाल रोग विशेषज्ञों ने डिब्बा बन्द दूध के खिलाफ काफी बड़ा अभियान चलाया और हर पर्चे पर छह माह की उम्र तक बच्चों को सिर्फ माँ का दूध देने का सुझाव लिखना शुरू किया. सक्रिय राजनीति से अलग होने के बाद सप्ताह में दो दिन वह बस्ती स्थित अपने पैतृक गांव में समय देते थे. बच्चों का निशुल्क इलाज करते थे. पिछले दिनों खुद की तीन एकड़ जमीन में उन्होंने छुट्टा पशुओं के लिए गौशाला बनाई थी. ऐतिहासिक मनोरमा नदी की सफाई अभियान में जुड़े थे. इन दोनों कामों के सिलसिले में वह जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी विस्तृत कार्य योजना के साथ मुलाकात करने वाले थे. उनके निधन से पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ बस्ती के लोग मर्माहत हैं.

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