गोरखपुर Tragedy- नहीं लगा मौतों पर लगाम, 2 दिन में 34 बच्चों की मौत

संक्षेप:

  • 2 दिनों में बीआरडी कॉलेज में 34 बच्चों की मौत
  • आयुष मंत्रालय के जरिए जुड़ी पूर्णिमा शुक्ला को हटाया गया
  • भारत सरकार को सौंपी गई एडिशनल हेल्थ सेक्रेटरी की अंतरिम जांच रिपोर्ट

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मासूम बच्चों की मौतों ने हर किसी को झकझोर दिया। लेकिन अभी भी ये मामला थमा नहीं है।

पिछले दो दिनों में बीआरडी कॉलेज में 34 बच्चों की मौत हो गई है। 13 अगस्त की आधी रात से लेकर 14 अगस्त तक 24 बच्चों ने अपनी जान गंवाई तो वहीं 14 अगस्त की आधी रात से लेकर 15 अगस्त तक 10 बच्चों की मौत हुई। आपको बता दें कि जब यह हादसा हुआ था तब से उस समय पिछले हफ्ते तक मृत बच्चों की संख्या 63 थी।

इस घटना के बाद BRD कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य राजीव मिश्रा की पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को हटा दिया गया है। वह आयुष मंत्रालय के जरिए बीआरडी कॉलेज से जुड़ी थीं। वहीं यूपी के स्वास्थय मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अभी इस मामले की जांच चल रही है, हम अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं।

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इस बीच डीजी मेडिकल हेल्थ उत्तर प्रदेश जांच के लिए अभी भी बीआरडी अस्पताल में डेरा डाले हुए हैं। जांच में पता चला है की पूर्व प्रधानाचार्य राजीव मिश्रा की पत्नी पूर्णिमा शुक्ला सरकारी कामकाज में भी दखल करती थी। अस्पताल से संबंधित कई आदेश उनके दखल से किए जाते थे। जांच में यह जानकारी आमने सामने आने के बाद सरकार ने अस्पताल से उनका अटैचमेंट भी रद्द कर दिया है। वह आयुष मंत्रालय के जरिए पिछले 4 महीने से अस्पताल में संबंद्ध थी। अब उनकी भूमिका की जांच आयुष मंत्रालय की आईएएस अधिकारी शारदा करेंगी।

सूत्रों के मुताबिक जांच में आरोप सही से पाए जाने के बाद सख्त कार्रवाई की जा सकती है इस बीच जांच कर रहे पैनल ने अपनी अंतरिम जांच रिपोर्ट भी एडिशनल हेल्थ सेक्रेटरी भारत सरकार को सौंपी है जिसमें बताया गया है कि पिछले साल की तुलना में इस साल इंसेफेलाइटिस से बीआरडी अस्पताल में कम मौतें हुई हैं, पैनल के अधिकारी पिछले 2 दिन से गोरखपुर में ही हैं।

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