मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद गोरखपुर जेल में भी हाई अलर्ट

संक्षेप:

  • बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या
  • हत्या के बाद गोरखपुर जेल में हाई अलर्ट
  • गोरखपुर जेल में ली जा रही तलाशी

यूपी के बागपत जेल में कुख्यात माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की सोमवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसके बाद से जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। इसके चलते गोरखपुर जेल में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। आपको बता दें कि पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में मुन्ना बजरंगी की पेशी होनी थी। उसको रविवार झांसी से बागपत लाया गया था। इसी दौरान जेल में उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक मुन्ना बजरंगी को 10 गोलियां मारी गईं। मुन्ना बजरंगी की हत्या को देखते हुए गोरखपुर जेल में भी हाई अलर्ट के तहत तलाशी ली गई, क्योंकि इस जेल में भी मुन्ना बजरंगी के कुछ शूटर्स बंद है। वहीं लखनऊ में राज्य के पुलिस उपमहानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने सोमवार को बताया कि शुरुआती जांच हत्या में कुख्यात अपराधी सुनील राठी का नाम सामने आ रहा है। सुनील राठी यूपी के साथ उत्तराखंड में सक्रिय है। सुनील की मां राजबाला छपरौली से बसपा से चुनाव लड़ चुकी है।

आपको बता दें कि मुन्ना बजरंगी का जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था। उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाने का सपना संजोए थे। मगर प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी ने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी। किशोर अवस्था तक आते आते उसे कई ऐसे शौक लग गए जो उसे जुर्म की दुनिया में ले जाने के लिए काफी थे। मुन्ना बजरंगी पर जौनपुर के रामपुर ब्लॉक प्रमुख कैलाश दुबे की हत्या का भी आरोप है। 24 जनवरी 1996 को कैलाश दुबे की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में दुबे के साथ मौजूद दो और लोग भी मारे गए थे। पुलिस के मुताबिक, ब्लॉक प्रमुख कैलाश दुबे की लोकप्रियता बढ़ती देख उनकी हत्या भाड़े पर कराई गई थी।

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