योग का विस्तार पूरी दुनिया में भारत ने किया- सीएम योगी

संक्षेप:

  • लोक कल्याण का माध्यम है योग- योगी
  • भारत ने इसका पूरी दुनिया में विस्तार किया- योगी
  • लोक कल्याणकारी हैं योग

गोरखपुरः सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि योग, लोक कल्याण का माध्यम है, जिसे आज पूरी दुनिया अपना रही है। भारत के लिए यह और भी गौरव का क्षण है, क्योंकि वह योग का पूरी दुनिया में विस्तारक है। योगी अंतरराष्ट्रीय योग शिविर के पूर्व संध्या पर गोरखनाथ मंदिर के स्मृति भवन के सभागार में विशेष व्यख्यान दे रहे थे।

उन्होंने कहा कि हमारे चित्त एवं शरीर को सांसारिक मलो से निर्मूल कर योग हमारे आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है। योग द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शान्ति एवं आध्यात्मिक उपलब्धि तीनों ही सम्भव है। योग वर्णाक्षरी अभ्यास एवं वैराग्य है। जिस पर महायोगी गुरू गोरखनाथ जी की वाणी का हवाला दिया।

हठ योग विद्या आदिनाथ भगवान शिव से आरम्भ होकर मत्स्येन्द्रनाथ, गोरखनाथ एवं अन्य नवनाथ चौरासी सिद्धो को प्राप्त हुई। सभी प्रकार के ज्ञान के आदि स्रोत आदिनाथ भगवान शिव ही है। हठयोग साधना एवं राजयोग साध्य है। महंथ योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ जी योग के क्रियात्मक पक्ष के मुख्य आचार्य है। पतंजलि ने केवल सिद्धान्त दिया।

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किन्तु गुरू गोरखनाथ जी ने उसे और विकसित स्वरूप देते हुए उसका क्रियात्मक पक्ष समाज के समक्ष प्रस्तुत किया। योग को जनसामान्य के लिए सुलभ बना दिया। इस गर्मी में योग शिविर में जो आएंगे वे अपने आप कोई योगी से कम मत समझे। वह योगी ही हैं। दुनिया के 192 देश इस योग 21जून को करते नजर आएंगे।

उन्होंने कहा कि सबका जीवन योगमय हो ऐसी शुभ कामना देता। भारत मे योग कोई नया नाम नहीं हैं। यहां यह कई रूपों में जाना जाता है। योग का मतलब जीवन मे संतुलन लाना है। शिव से चली परम्परा को ऋषियों ने आगे बढ़ाया। और दुनिया मे आज इसका जो महत्त्व बढ़ा है वह मोदी की देन है।

भारत की परंपरा मानवतावादी परंपरा है। महर्षि पतंजलि ने अष्टांग योग से इसे आगे बढ़ाया। यम और नियम से इसे आगे बढ़ाया। जिससे वाह्य और आंतरिक शुद्धि मिलती है वह योग की श्रेणी में आता है।

गोरखनाथ जी ने हठ योग से आंतरिक और बाह्य सुद्धि की बात की। बीमारी से बचना है शोधक का प्रयोग करना पड़ेगा। योग के सात साधन है। शोधन पहला है जिसमे 6 क्रियाएं हैं। आसन और प्राणायाम योग का एक अंग है। भारत के योग प्रसाद को दुनिया स्वीकार कर रही है।

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