मेडिकल कालेज के लिए मिली 26 एकड़ जमीन, राज्यपाल की सहमति का इंतजार

संक्षेप:

  • मेडिकल कालेज के लिए मिली 26 एकड़ जमीन
  • शासन से पत्र मिलने के बाद आई तेजी
  • केंद्रीय टीम कर चुकी है सर्वे

गोरखपुरः स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जिला चिकित्सालय के सभी स्वास्थ्य केंद्र स्वयं बीमार हैं, ऐसे में मेडिकल कालेज की सौगात किसी बड़े मरहम से कम नहीं हैं। दरअसल, कैबिनेट ने सूबे छह मेडिकल कालेजों के लिए मंजूरी दे दी है। इसमें सिद्धार्थनगर जनपद भी शामिल है। अब इंतजार राज्यपाल के आदेश का है। उनके आदेश के बाद जनपद की 25.89 एकड़ भूमि मेडिकल कालेज के नाम हो जाएगी। फिर शिलान्यास की तैयारियों में कोई बाधा नहीं रहेगी।

वहीं 22 एकड़ के संयुक्त जिला चिकित्सालय से 17.34 एकड़ में मेडिकल कालेज बनेगा। शेष के लिए सीएमओ कार्यालय के सामने की भूमि का चयन किया गया है। जिला चिकित्सालय में 65 बेड का अस्पताल स्वीकृत है। हालांकि इससे सेवा 100 बेड की ली जाती है। नवीन 100 शैय्या का निर्माण हो चुका है। ऐसे में 165 शैय्या बेड की व्यवस्था है। 200 बेड का निर्माण होना शेष है।

बता दें कि शासन से मिले पत्र के बाद जिला प्रशासन ने तेजी दिखाई शुरू कर दी है। जिला अस्पताल समेत आस-पास के क्षेत्रों में उपलब्ध 25.89 एकड़ भूमि चिह्नित कर लिया है। मेडिकल कालेज की स्थापना के लिए 26 मार्च 2018 को भूमि संबंधी प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। इसके बाद दोबारा पत्र भेजकर प्रस्तावित भूमि की खतौनी और नक्शा आदि रिपोर्ट मांगी गई थी।

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जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने एसडीएम सदर की रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल कालेज के निर्माण हेतु ग्राम मुड़िला में संयुक्त जिला अस्पताल की 17.34 एकड़ और सीएमओ कार्यालय के सामने खाली 8.55 एकड़ भूमि अर्थात कुल 25.89 एकड़ भूमि मेडिकल कालेज के लिए प्रस्तावित है। केंद्रीय टीम सर्वे कर चुकी है। गत 23 मार्च को तहसीलदार सदर ने मेडिकल कालेज के लिए भूमि की पैमाइश कराई। पैमाइश के बाद रिपोर्ट शासन को भेजा गया है।

 

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