बीआरडी में इस्तीफे के बाद डॉक्टरों की कमी, मरीजों का नहीं हो रहा ऑपरेशन

संक्षेप:

  • एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के चार डॉक्टरों ने दिए इस्तीफा
  • जिसके चलते स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ रहा असर
  • दो डॉक्टर होने के चलते टालने पड रहे ऑपरेशन

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के चार डॉक्टरों के एक साथ इस्तीफे देने के चलते स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ रहा है। दरअसल, मेडिकल कॉलेज प्रशासन को कई विभागों में एनेस्थीसिया के केवल दो डॉक्टर होने के चलते ऑपरेशन टालने पड़ रहे है। वहीं ऑर्थो विभाग में दिन भर में जहां 12 ऑपरेशन होते थे, वहां एक भी ऑपरेशन नहीं हुआ है।

गौरतलब है कि बीआरडी में प्राचार्य गणेश कुमार और कॉलेज प्रवक्ता यूसी सिंह पर समस्या न सुनने और बेवजह कार्रवाई करने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए एनेस्थीसिया विभाग में तैनात चार संविदा डॉक्टरों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद गुरुवार को नए रोस्टर के आधार पर एनेस्थीसिया विभाग से केवल दो डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई। इसमें एक विभागाध्यक्ष शहबाज अहमद भी शामिल रहे।

हांलाकि, डॉक्टरों की कमी के चलते ऑर्थो विभाग में एक भी ऑपरेशन नहीं हुआ। शुक्रवार को भी ऑर्थो में एनेस्थीसिया का कोई डॉक्टर उपलब्ध न होने से ऑपरेशन होने की संभावना नहीं है। बीआरडी के ऑर्थो वार्ड में मरीज राजू गुप्ता एक हफ्ते से भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि उनके हाथ का ऑपरेशन होना है। गुरुवार को ऑपरेशन होने की डेट तय थी लेकिन गुरुवार को डॉक्टर ने बताया कि एनेस्थीसिया विभाग में कुछ परेशानी के चलते ऑपरेशन टाल दिए गए हैं।

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बीआरडी के प्राचार्य गणेश कुमार ने बताया कि बीते सोमवार और उससे पहले भी इस्तीफा देने वाले डॉक्टर सुबह के वक्त ड्यूटी पर नहीं मिले थे। उन्होंने कहा कि पूरा वेतन लेकर आधी ड्यूटी करना भी भ्रष्टाचार के समान है। उन्होंने बताया कि चारों डॉक्टरों का इस्तीफा मिल गया है। उनसे कॉलेज प्रशासन के सीनियर बात कर रहे हैं, अगर वह ड्यूटी को लेकर गंभीर रहने का वादा नहीं करेंगे, तब उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाएगा।

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