खुशखबरी: गोरखपुर में नए साल में घरों तक पाइप से पहुंचेगी रसोई गैस

संक्षेप:

  • नए साल में जिले के कुछ क्षेत्रों के घरों तक पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) यानी पाइप से गैस पहुंचनी शुरू हो जाएगी.
  • टोरंट की ओर से बिछायी जा रही पाइप लाइन, शहर से पहले ग्रामीण क्षेत्र में हो सकती है शुरुआत.
  • वाराणसी-गोरखपुर पाइप लाइन से लेंगे गैस.

गोरखपुर : नए साल में जिले के कुछ क्षेत्रों के घरों तक पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) यानी पाइप से गैस पहुंचनी शुरू हो जाएगी। जैसे-जैसे पाइप का दायरा बढ़ेगा, पीएनजी आपूर्ति वाले घरों की संख्या भी बढ़ती जाएगी। छह महीने में पीएनजी से गैस आपूर्ति की शुरुआत हो सकती है। पीएनजी, एलपीजी की तुलना में कम हानिकारक होगी। जिले में सीएनजी एवं पीएनजी का नेटवर्क तैयार करने की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी टोरंट गैस की ओर से खजनी रोड पर खानिमपुर में सिटी गेट स्टेशन बनाया जा रहा है। यहां सीएनजी स्टेशन भी होगा। मेन लाइन से आने वाली गैस को सीएनजी व पीएनजी के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

टोरंट की ओर से बिछायी जा रही पाइप लाइन, शहर से पहले ग्रामीण क्षेत्र में हो सकती है शुरुआत

वाराणसी-गोरखपुर पाइप लाइन से लेंगे गैस

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वाराणसी-गोरखपुर गैस पाइप लाइन के जरिए गोरखपुर तक गेल (गैस एथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड) ने गैस पहुंचाई है। सिटी गेट स्टेशन में मेन लाइन से आने वाली गैस को सीएनजी एवं पीएनजी के लायक बनाया जाएगा। मेन लाइन से गैस प्राप्त करने के लिए करीब छह किलोमीटर तक पाइप लाइन बिछ चुकी है। गेल की ओर से भी अभी गैस की आपूर्ति शुरू नहीं की गई है।

जैसे-जैसे बिछती जाएगी पाइप, मिलती जाएगी गैस

मेन लाइन से जुड़ने व उसमें गैस की आपूर्ति शुरू होने के बाद आसपास के क्षेत्रों के घरों एवं उद्योगों कों पाइप से गैस पहुंच जाएगी। जैसे-जैसे गैस की पाइप लाइन बिछती जाएगी, उससे जुड़े क्षेत्रों में पीएनजी की आपूर्ति भी मिलने लगेगी। शहर क्षेत्र में पाइप लाइन बिछने में समय लगेगा।

पाइप से गैस पहुंचाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। पाइप बिछाने का काम चल रहा है। जल्द से जल्द उपभोक्ताओं को पीएनजी उपलब्ध कराने की कोशिश है।
अविनाश शुक्ल, एडमिन, टोरंट गैस

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