सीएम योगी के शहर में ठंड में पढ़ने को मजबूर छात्र

संक्षेप:

परिजन नहीं दिला पा रहे गर्म कपड़े

प्राथमिक स्कूलों में नहीं बंटी गई है गर्म कपड़े

अधिकारी दें रहे रटा-रटाया बयान

गोरखपुर: यूपी के सीएम  योगी आदित्‍यनाथ के शहर गोरखपुर में गांव के गरीब बच्‍चे प्राथमिक विद्यालयों में ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। सरकारी योजना के लाभ के तहत इन बच्‍चों को स्‍कूल ड्रेस, कॉपी-किताब, जूते-मोजे तो मिले हैं। लेकिन, स्‍वेटर नहीं मिलने के कारण ये बच्‍चे क्‍लास रूम के बाहर धूप में पढ़ने को मजबूर हैं। गरीब परिवार के बच्‍चों के पास स्‍वेटर नहीं होने के कारण ठंड के मौसम में हर रोज ठिठुरते हुए स्‍कूल जाना इनकी मजबूरी है.

योगी आदित्‍यनाथ के मुख्‍यमंत्री बनने के बाद से ही प्राथमिक विद्यालयों की ड्रेस बदल दी गई. बच्‍चों को जूते-मोजे के साथ कॉपी-किताब भी मुहैया कराई गई. लेकिन, सरकार को इस बात का ख्‍याल नहीं रहा कि ठंड और शीतलहर के मौसम में ये बच्‍चे स्‍कूल कैसे आएंगे. वह भी तब जब गरीब परिवार के इन बच्‍चों को घरवाले भी स्‍वेटर नहीं दिलवा पा रहे हैं।

 

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ऐसे में क्‍लास रूम के अंदर ठंड लगने के कारण शिक्षक भी इन्‍हें क्‍लास रूम के बाहर धूप में बैठाकर पढ़ाने के लिए मजबूर हैं. सेंदुली-बेंदुली प्राथमिक विद्यालय खोराबार की शिक्षिका संगीता मौर्या और सेमरा प्रसाद उर्फ कठउर प्राथमिक विद्यालय खोराबर की शिक्षिका नेहा यादव कहती हैं कि सरकारी योजनाओं का लाभ मिले और इन बच्‍चों को जल्‍द से जल्‍द स्‍वेटर मिल जाए तो ये ठंड से बच सकते हैं

 

ठंड में बाहर पढ़ने को मजबूर बच्चे


खोराबार इलाके के सेंदुली-बेंदुली गांव के प्राथमिक विद्यालय के बच्‍चों को ठंड के मौसम में क्‍लास रूम के बाहर पढ़ना मजबूरी है. ये बच्‍चे क्‍लास रूम में इसलिए नहीं पढ़ते हैं क्‍योंकि उन्‍हें क्‍लास के अदंर ठंड लगती है. इसका कारण भी साफ है. इनमें ज्‍यादातर बच्‍चे गरीब परिवार के हैं और उनके परिजन इनके इस बार ठंड में स्‍वेटर नहीं दिला पाएं हैं. ऐसे में इन गरीब परिवार के बच्‍चों को स्‍कूल में बगैर स्‍वेटर के आना मजबूरी है.

परिजन नहीं दिला पा रहे गर्म कपड़े

कक्षा 5 में पढ़ने वाली गीता, सरिता, रमेश, सुरेश बताते हैं कि वह गरीब परिवार के हैं. उनके परिजन उन्‍हें स्‍वेटर नहीं दिला पाएं हैं. इसलिए वे बगैर स्‍वेटर के स्‍कूल आते हैं. इसके साथ ही ठंड लगने के कारण वह क्‍लास रूम की बजाए बाहर धूप में पढ़ते हैं. वह यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से कहते हैं कि वे उन्‍हें स्‍वेटर उपलब्‍ध करा दें. जिससे कि वह ठंड से बच सकें.



कुछ बच्चों ने पहनी है स्वटेर,परिजानों मांग कर दी है

 

वहीं खोराबार के प्रा‍थमिक विद्यालय कठउर में भी बच्‍चों की क्‍लास बरामदे में लगी हुई है. हालांकि यहां बच्‍चे क्‍लास के अंदर भी पढ़ते दिखाई दे रहे हैं. लेकिन, इनमें ज्‍यादातर बच्‍चे बगैर स्‍वेटर के ही दिख रहे हैं. जो बच्‍चे स्‍वेटर पहने भी हैं उनके भी माता-पिता ने इधर-उधर से मांगकर उन्‍हें दिया है. यहां पढ़ने वाली बताती है कि वह गरीब परिवार के हैं. इसलिए उनके घरवाले स्‍वेटर नहीं दिला पाए हैं. यही वजह है कि उन्‍हें धूप में बैठकर क्‍लास के बाहर पढ़ाई करना पड़ रहा है.

अधिकारी दें रहे रटा-रटाया बयान

वहीं इस संबंध में गोरखपुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम सागर पति त्रिपाठी का कहना है कि सरकार की तरफ से मिलने वाली हर योजनाओं का बच्‍चों को लाभ समय से उपलब्‍ध करा दिया जाता है. कॉपी-किताब, जूते-मोजे, स्‍कूल बैग और ड्रेस का वितरण कराया जा चुका है. शासन की ओर से जैसे ही स्‍वेटर उपलब्‍ध कराया जाएगा वह सभी स्‍कूलों में समय से वितरित करा दिया जाएगा.

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