सीएम के आदेश पर 200 आशा बहुओं की हो सकती हैं छटनी!

संक्षेप:

  • 200 आशा बहुओं की हो सकती हैं छटनी!
  • सीएम ने दिया कार्रवाई का आदेश
  • स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की तैयारी

गोरखपुरः मुख्यमंत्री के आदेश पर अमल करते हुए स्वास्थ्य महकमे ने उन आशा बहुओं पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है, जो काम की जगह आंदोलन कर माहौल खराब कर रही हैं। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी के आदेश पर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों ने अपने क्षेत्रों की ऐसी आशा बहुओं की सूची तैयार की है। सूची सीएमओ दफ्तर में मुहैया कराई जा चुकी है। अब कार्रवाई के लिए जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।

सीएमओ के आदेश पर बृहस्पतिवार को सभी सीएचसी-पीएचसी के प्रभारियों ने आशा बहुओं के साथ बैठक की थी। बैठक में न आने वाली आशा बहुओं को आंदोलन में शामिल माना गया। उसके साथ ही आशा बहुओं के छह माह के कार्यों की समीक्षा की गई। निष्क्रिय आशा बहुओं को चिह्नित किया गया। उसके बाद करीब 200 आशा बहुओं की सूची सीएमओ कार्यालय में दी गई है।

इससे पहले 25 मई से आशा बहुएं प्रोत्साहन राशि की जगह मानदेय समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलित हैं। इसी क्रम में वे मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सोमवार को पहुंची थीं। तब मुख्यमंत्री ने उनके आंदोलन को सेवा नियमावली के खिलाफ बताते हुए आंदोलन खत्म करने के लिए कहा था। सीएम ने डीएम और सीएमओ को काम न करके माहौल खराब करने वाली आशा बहुओं की जगह दूसरी महिलाओं का चयन करने का भी आदेश दिया था।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा कि निष्क्रिय और काम न करके माहौल खराब करने वाली करीब 200 आशा बहुओं को चिह्नित किया जा चुका है। 20 या 22 जून को होने वाली स्वास्थ्य समिति की बैठक में इन्हें बाहर करने का प्रस्ताव रखा जाएगा। आशा बहुओं की एक नेता जो संगिनी पद पर कार्यरत हैं, उनका भी कार्य संतोषजनक नहीं है। उन्हे उपर भी कार्रवाई की जाएगी।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य गोरखपुर की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles