गोंडा: अफवाह फैलाने वाले पोस्ट पर DGP सख्त, किया केस दर्ज
- धार्मिक उन्माद फैलाने वाले पोस्ट पर डीजीपी का एक्शन
- पोस्ट में फर्जी तस्वीरों को कराई गई जांच, निकली फर्जी
- ट्विटर हैंडल के संचालक के खिलाफ केस दर्ज
गोंडा: सोशल मीडिया पर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले पोस्ट को डीजीपी ओपी सिंह ने आड़े हाथ लिया और उस पोस्ट के पीछे की सच्चाई लोगों के सामने उजागर की। दरअसल, सोशल मीडिया पर धार्मिक उन्माद फैलाने की नियत से किए गए ट्वीट पर डीजीपी ओपी सिंह ने संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। जानकारी के अनुसार, गोंडा जिले में 28 अगस्त को रात साढ़े 10 बजे के करीब कोमल नाम के ट्विटर हैंडल पर दो तस्वीरें पोस्ट कर अभद्र बातें लिखी गईं थी। जिसके बाद यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
Uttar Pradesh DGP OP Singh has directed lodging of an FIR against person running the twitter handle which put out the following tweet(in pic). The tweet was found to be `malicious & factually incorrect.` pic.twitter.com/RIuj9zFJEH
— ANI UP (@ANINewsUP) August 30, 2018
वायरल होने के बाद जब इस बात का पता डीजीपी ओपी सिंह को लगा तो उन्होंने इसकी तत्काल जांच के निर्देश दिए। जांच में पता चला कि वायरल हुई दोनों तस्वीरें पुरानी और फर्जी हैं। तस्वीर में राखी बांधने वाली तस्वीर 21 दिसम्बर 2017 की निकली। वहीं, दूसरी तस्वीर जिसमें महिला हॉस्पिटल में लेटी दिखाई दे रही है, 21 नवंबर 2016 की थी, जो कानपुर के पास हुए रेल हादसे में घायल महिला की थी। गोंडा पुलिस ने भी पुलिस ने भी बलात्कार की घटना होने की पुष्टि नहीं की है।
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डीजीपी ने ट्विटर हैंडल संचालक के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। इसके लिए सोशल मीडिया वालंटियर्स की भी मदद ली जा रही है। यूपी पुलिस अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जहां लगातार सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट की जांच कर रही है, वहीं वह लोगों को इसके प्रति जागरूक करने में भी जुटी है।
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