किराना व्यापारियों ने पाकिस्तान से आने वाले छुहारों का किया बहिष्कार, बॉर्डर से लौटाए 30-32 ट्रक

संक्षेप:

  • किराना व्यापारियों का पाकिस्तान से आने वाले छुहारों का बहिष्कार
  • बॉर्डर से ही लौटाया 30-32 गाड़ियाँ
  • किराना मंडी में प्रतिदिन होती है लगभग 25 टन की खपत

गोरखपुर : पुलवामा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा हुए हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे देश में लोग अपने-अपने तरीके से पाकिस्तान का विरोध कर रहे हैं. गोरखपुर में किराना व्यापारियों ने पाकिस्तान से आने वाले छुहारे का बहिष्कार कर दिया है और बॉर्डर से ही 30-32 गाड़ियों को वापस पाकिस्तान भेज दिया है.

गोरखपुर के किराना व्यापार मंडल समिति के सदस्यों ने किराना मंडी के अध्यक्ष उमेश चंद्र मद्धेशिया के नेतृत्व में पिछले 35 से 40 वर्षों से लगातार पाकिस्तान से आने वाले छुहारे का बहिष्कार कर दिया है. प्रतिदिन इस किराना मंडी में पाकिस्तान से शक्कर ब्रांड का छुहारा अटारी बॉर्डर के जरिए गोरखपुर किराना मंडी में आता था. गोरखपुर की किराना मंडी में प्रतिदिन लगभग 25 टन की खपत होती है.

पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए व्यापारियों ने पाकिस्तान को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने के का निर्णय लिया है. अटारी बॉर्डर से लगभग 32 पाकिस्तानी छुहारे की गाड़ियों को यहां के व्यापारियों ने वापस कर दिया है. व्यापारियों की मानें तो एक गाड़ी पर लगभग 11 से 15 लाख रुपए का खर्च छुहारा मंगाने में आता है. इस किराना मंडी से गोरखपुर के आसपास के जिलों सहित नेपाल और बिहार में भी यह छुहारा बेचा जाता था.

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इस संबंध में गोरखपुर किराना मंडी व्यापार समिति के अध्यक्ष उमेश चंद्र मद्धेशिया ने बताया कि कमेटी के सदस्यों और किराना मंडी के व्यापारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया गया है कि पाकिस्तान को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए और अपने देश के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए पाकिस्तानी छुहारे का बहिष्कार कर दिया जाएगा. 

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