जांच एजेंसियों की कार्रवाई को राजनीति से जोड़कर, उसका विरोध करने का एक चलन बन गया है: तोमर

ग्वालियर, 21 अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को कहा कि जांच एजेंसियों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को राजनीति से जोड़कर उसका विरोध करने का एक चलन बन गया है।

केंद्र द्वारा विपक्षी दलों को चुप कराने के लिए इन एजेंसियों के दुरुपयोग संबंधी आरोपों के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सच्चाई सामने लाने के लिए इन एजेंसियों को स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए।

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास सहित 31 स्थानों पर तलाशी ली थी।

आप ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भाजपा ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता’’ के मद्देनजर पार्टी नेताओं के खिलाफ सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।

आप के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी भी राजनीतिक व्यक्ति पर जांच एजेंसियां कार्रवाई करें तो उसका विरोध करते हुए उसे राजनीति से जोड़ा जाने लगा है और यह एक प्रकार की रस्म बन गई है।’’

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेताओं को नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, तब उग्र आंदोलन हुआ था।

तोमर ने कहा, ‘‘देश की जांच एजेंसियों को स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए।

अगर किसी ने गलत नहीं किया है, तो सच्चाई सामने आ जाएगी।’’

अखिलेश यादव के इस आरोप पर कि सत्तारूढ़ भाजपा के पास किसानों के संकट का कोई जवाब नहीं है, तोमर ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी के नेता एक पब्लिक स्कूल में पढ़े हैं और उनका जमीन से कोई संबंध नहीं है।’’

भाषा सं दिमो

शफीक

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