ज्योतिरादित्य सिंधिया बनेंगे मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष! कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने की पैरवी

संक्षेप:

  • प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नयी ताजपोशी की अटकलों के बीच फिर से ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपने की मांग जोर पकड़ने लगी है.
  • कांग्रेस सरकार के दो मंत्रियों ने फिर सिंधिया की पैरवी की है.
  • गोविंद सिंह ने शनिवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाने की वकालत की.

भोपाल: कांग्रेस में चल रहे इस्तीफ़ों के दौर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नयी ताजपोशी की अटकलों के बीच फिर से ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपने की मांग जोर पकड़ने लगी है. कांग्रेस सरकार के दो मंत्रियों ने फिर सिंधिया की पैरवी की है. इनमें सिंधिया समर्थक डॉ. प्रभुराम चौधरी सहित सहकारिता एवं सामान्य प्रशासन मंत्री गोविंद सिंह भी शामिल हैं.

कैबिनेट में सिंधिया समर्थक मंत्रियों की सीएम से तकरार

गोविंद सिंह ने शनिवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि सिंधिया युवा और ऊर्जावान हैं, उनके नेतृत्व में पार्टी अच्छा काम करेगी. वहीं शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भी उनकी हां में हां मिलाते हुए कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहिए. इससे प्रदेश में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. चौधरी को सिंधिया खेमे का मंत्री माना जाता है. उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि मेरा खुद का पता नहीं कब तक मंत्री हूं, बाकियों का भी पता नहीं है. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि सिंधिया की छवि साफ है. वो ऊर्जावान और युवा नेता हैं, इसका लाभ पार्टी को मिलेगा. अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाता है तो ये 100 फीसदी सही फैसला होगा.

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दो कार्यकारी अध्यक्षों का इस्तीफा

प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत और सुरेंद्र चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को शनिवार को अपना इस्तीफा भेज दिया. लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए दोनों ने अपने पद छोड़ने का ऐलान कर दिया. इसके पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया और विवेक तन्खा इस्तीफा दे चुके हैं.

आज शाम को राहुल गांधी से मिलेंगे कमलनाथ

फिलहाल मुख्यमंत्री कमलनाथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं. काफी समय से उनके ये पद छोड़ने और नयी नियुक्ति को लेकर अटकलें चल रही हैं. हाल ही में राहुल गांधी के पत्र के बाद कमलनाथ ने फिर ये बात दोहरायी थी कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने इस्तीफ़े की पेशकश की थी. शनिवार को शाम मुख्यमंत्री फिर से दिल्ली जा रहे हैं, जहां वो 2 जुलाई तक रहेंगे. वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे. चर्चा है कि इस दौरान वह पीसीसी चीफ के पद से इस्तीफा दे सकते हैं.

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