गंगा दशहरा पर हरिद्वार-ऋषिकेश में गंगा स्नान को उमड़े लाखों लोग, 75 साल बाद बने हैं 10 योग

संक्षेप:

  • स्थानीय प्रशासन के मुताबिक सुबह 11 बजे तक 19 लाख 5000 लोग हरिद्वार में गंगा के पावन घाट में डुबकी लगा चुके थे.
  • किसी भी त्यौहार पर हरिद्वार में हर की पैड़ी पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है.
  • इसके अलावा ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम पर भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.

हरिद्वार: गंगा दशहरा पर हरिद्वार में आस्था की डुबकी लगाने वालों की संख्या सुबह ही लाखों में पहुंच चुकी थी. देश भर से हिंदू श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंच रहे हैं. पुलिस के अनुसार सुबह 11 बजे तक 19 लाख 5000 लोग हरिद्वार में गंगा के पावन घाट में डुबकी लगा चुके थे. इतनी बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही पुलिस के लिए भी एक चुनौती ही है. सुरक्षा की दृष्टि से मेला क्षेत्र को 8 सुपर ज़ोन, 15 ज़ोन और 43 सेक्टर में बांटा गया है.

गंगा दशवहरा यानि गंगा के धरती पर अवतरण का दिन. किसी भी त्यौहार पर हरिद्वार में हर की पैड़ी पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है.
मुंह अंधेरे से ही लोग हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए पहुंचने लगे थे. इसके अलावा ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम पर भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम के तीर्थ पुरोहित पंडित वेदप्रकाश के अनुसार 75 साल बाद ऐसा हो रहा है जब गंगा दशहरा के दिन एक नहीं पूरे 10 योग बन रहे हैं. यह योग पौराणिक काल में गंगा अवतरण के समय बने थे.

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गंगा अवतरण के 10 योग हैं- ज्येष्ठ, शुक्ल पक्ष, दशमी, बुधवार, हस्त नक्षत्र, व्यतिपात योग, गर करण, आनंद योग, कन्या राशि का चंद्रमा, वृषभ राशि का सूर्य. ज्योतिषियों के अनुसार ये सभी 12 जून को बन रहे हैं. बुधवार और हस्त नक्षत्र होने से आनंद योग बनता है. इसमें दशमी और व्यतिपात मुख्य माने गए हैं.

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