रुचि सोया: अडानी विल्मर की बोली को मंजूरी दिए जाने के खिलाफ पतंजलि ने की NCLT में अपील

संक्षेप:

  • Adani की बोली को मंजूरी देने के विरोध में आगे आई पतंजलि
  • NCLT में की अपील
  • कर्ज में डूबी है रुचि सोया

हरिद्वार: बाबा रामदेव की अगुआई वाली पतंजलि आयुर्वेद, रुचि सोया की नीलामी के लिए अडानी विल्मर की बोली को मंजूरी दिए जाने के फैसले के विरोध में आगे आई है। पतंजलि नेरुचि सोया के लेंडर्स के इस फैसले के विरोध में NCLT में अपील की है। सूत्रों ने कहा कि इस मामले में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई बेंच में 27 अगस्त को सुनवाई होने का अनुमान है।

पतंजलि के स्पोक्सपर्सन एस के तिजारावाला ने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह मसला अभी विचाराधीन है। वहीं अडानी ग्रुप के स्पोक्सपर्सन ने भी अपनी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।

गौरतलब है कि बैंकरप्सी से गुजर रही रुचि सोया की कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) ने गुरुवार को ही 96 फीसदी वोटों के साथ अडानी विल्मर की बिड को मंजूरी दी थी।

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ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी विल्मर की बिड की रकम का 53 फीसदी हिस्सा क्रेडिटर्स को मिलेगा। अब इस को अंतिम रूप देने के लिए इसे नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के पास भेजा जाएगा। इसके बाद अडानी विल्मर का रुचि सोया के एसेट्स पर कंट्रोल होगा।

अडानी विल्मर और बाबा रामदेव की पतंजलि कर्ज में डूबी रुचि सोया को खरीदने की दौड़ में शामिल थी। 6 हजार करोड़ रुपए की बोली लगाकर अडानी सबसे बड़ी बिडर (एच1) के तौर पर सामने आई थी, जबकि पतंजलि ने लगभग 5,700 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी।

अडानी विल्मर के एच1 के तौर पर उभरने के बाद पतंजलि आयुर्वेद ने बिडिंग प्रोसेस में भाग लेने के लिए अडानी ग्रुप की पात्रता के संबंध में रुचि सोया के रिजॉल्युशन प्रोफेशनल (आरपी) से स्पष्टीकरण मांगा था। पतंजलि ने अडानी विल्मर को सबसे बड़ा बिडर घोषित करने के लिए आरपी द्वारा अपनाए गए पैरामीटर्स की जानकारी मांगी थी।

पतंजलि आयुर्वेद का इडिबल ऑयल रिफाइनिंग और पैकेजिंग के लिए रुचि सोया के साथ पहले से ही टाई-अप है। इन्सॉल्वेंसी प्रोसीडिंग्स का सामना कर रही इंदौर की रुचि सोया पर लगभग 12 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। इसे में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का सबसे ज्यादा 1822 करोड़ रुपए फंसा है। कंपनी के कई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स और न्यूट्रिला, महाकोष, सनरिच, रुचि स्टार और रुचि गोल्ड सहित कई लीडिंग ब्रांड हैं।

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