हरिद्वार में बढ़ा गंगा का जलस्तर, कई गांवों पर बाढ़ का खतरा

संक्षेप:

  • उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर
  • नदी-नालों ने विकराल रूप लिया
  • हरिद्वार में भी बढ़ा गंगा का जलस्तर

हरिद्वार: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारीबारिश की वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है तो वहीं करोड़ों का नुकसान प्रदेश को उठाना पड़ा है। अभी भी राहत की गुंजाइश कम देखने को मिल रही है।

प्रदेश के नदी-नालों ने विकराल रूप ले लिया। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर भी भारी बारिश की वजह से काफी बढ़ गया है। खतरे के निशान के करीब बह रही गंगा अब गाजीवाली गांव से सट कर बहने लगी है। इसकी वजह से पूरे गांव के जलमग्न होने का खतरा पैदा हो गया है।

गंगा का जलस्तर बढ़ने से गाजीवाली गांव के साथ ही श्यामपुर कांगड़ी गांव में भी बाढ़ आने का खतरा बना हुआ है। जलस्तर बढ़ने से अपना रुख मोड़कर गांवों की तरफ बह रही गंगा की वजह से गंगा किनारे बने वायर क्रेप भी इस तेज बहाव में बह गए हैं। इसके साथ ही इन गांवों में तक पानी को पहुंचने से रोकने के लिए बनाए गये तटबंध भी खतरे की जद में हैं।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


इसके अलावा लक्सर के गांवों में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मूसलाधार बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि लक्सर क्षेत्र से बह रही नीलधारा गंगा भी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है।

साथ ही सोनाली नदी भी उफान पर है। सोनाली नदी और नीलधारा गंगा दोनों के बढ़ते पानी की वजह से लक्सर के करीब 70 गांव खतरे की जद में हैं। नील धारा गंगा का विकराल रूप की जानकारी मिलते ही लक्सर प्रसाशनिक टीम मौके पर पहुंच चुकी है। क्योंकि नीलधारा गंगा का तटबंध तेज पानी के बहाव की वजह से खतरे में है।

इस तरह से देखा जाए तो हरिद्वार और लक्सर के कुल मिलाकर 72 से अधिक गांव बाढ़ के खतरे में हैं। खतरे को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Haridwar की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles