जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नैनीताल को दिया था बड़ा तोहफा

संक्षेप:

  • पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन
  • नैनीताल से रहा है विशेष लगाव
  • 2002 में पहली बार पहुंचे थे नैनीताल

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स अस्पताल में अटल बिहारी वाजपेयी का इलाज चल रहा था। उन्हें एम्स अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।

पूरे देशभर में अटल बिहारी वाजपेयी के लिए दुआएं की जा रही थी, लेकिन न लोगों की दुआएं काम आई न ड़क्टरों की दवा, नतीजा आज वे हमारे बीच नहीं रहे। सरोवर नगरी के लोग भी अटल बिहारी वाजपेयी के पुराने दिनों को याद करते हुए उन्हें याद कर रहे हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी का नैनीताल से विशेष लगाव रहा है। वैसे तो वे कई बार नैनीताल और उसके आस-पास के इलाकों में भ्रमण करते रहे, लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी 2002 में पहली बार नैनीताल पहुंचे थे।

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


आपको बता दें कि 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी कच्छ में आये भूकंप से काफी दुखी थे। इस विनाशकारी भूकंप में लगभग 1लाख लोगों की मौत हो गई। तब अटल जी अपने दुखी मन को शांत करने के लिए नैनीताल पहुंचे थे। यहां पहुंचकर अटल जी भूकंप में मारे गये लोगों को श्रद्धाजंलि तो दी ही थी साथ ही उन्होंने इस साल होली न मनाने का फैसला किया था।

कुछ समय यहां रहने के बाद अटल जी ने नैनीताल की बदहाल पड़ी झीलों की दशा को सुधारने के लिए 200 करोड़ रुपए का बजट दिया था। जिससे नैनीताल और उसके आस-पास के इलाकों में झील के संरक्षण का काम शुरू किया गया। इसका नतीजा ये रहा कि इससे नैनीताल झील को एक नया जीवन मिला। अब तक नैनीताल झील और उसके आस-पास के इलाकों में संरक्षण के लिए 68.8 करोड़ रुपए खर्च किये जा चुके हैं। वहीं नैनाताल व झील के संरक्षण के करीब 98 करोड़ की डीपीआर केंद्र सरकार के पास है जिससे समय-समय पर यहां काम होते रहते हैं।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Haridwar की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles