बाबा रेमदेव बोले- जिन्ना ने करवाया भारत का बंटवारा

संक्षेप:

  • जिन्ना की तस्वीर का मामला
  • बाबा रामदेव भी विवाद में कूदे
  • बोले- जिन्‍ना ने करवाया भारत का बंटवारा

हरिद्वार: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस विवाद में योग गुरु बाबा रामदेव भी कूद पड़े हैं।

योग गुरु बाबा रामदेव ने बिहार की राजधानी पटना में कहा कि जिन्‍ना ने भारत का बंटवारा करवाया। वे कोई देशभक्‍त नहीं हैं। जिन्‍ना पर राजनीति सही नहीं है। इसके साथ ही उन्‍होंने शराबबंदी को लेकर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की।

बिहार के नालंदा जिले में 9 मई से 11 मई तक जिला स्‍टेडियम में मुफ्त योग शिविर का आयोजन किया गया है। इसी सिलसिले में बाबा रामदेव नालंदा पहुंचे। यहां उन्‍होंने कहा‍ कि बिहार जैसा इतने बड़े राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह से शराबबंदी कानून लागू की है वह वाकई साहसिक कदम  है। 

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बाबा रामदेव ने कहा कि जब मैं गुरुकुल में पढ़ता था तो उसी समय से नालंदा की गौरवगाथा सुना करता था लेकिन आज मुझे नालंदा की धरती पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अपने तीन दिवयीय योग शिविर कार्यक्रम के बारे में बाबा रामदेव ने कहा कि नालंदा की धरती पर पहली बार योग शिविर का आयोजना किया जा रहा है। इसमें योग की सभी पद्धति को सिखाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मैं नालंदावासियों को आश्वस्त कराना चाहता हूं कि इस तीन दिवसीय शिविर में भाग लेने वाले प्राय: लोगों को 99 फीसद बीमारी से मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि योग से अब तक करोड़ों लोगों का बीपी, सुगर, मोटापा से छुटकारा मिल चुका है। इतना ही नहीं लाखों लोगों को योग से हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से भी मुक्ति मिल गई है। इसलिए मैं आप लोगों से अपील करना चाहता हूं कि योग शिविर में आप लोग जरूर भाग लें। 

पत्रकारों के एक सवाल के जबाव में बाबा रामदेव ने कहा कि योग एक ऐसी पद्धति है जिसे हर जाति एवं हर मजहब के लोगों को करना चाहिए। योग से किसी का धर्म नहीं बदल सकता है। योग के नाम पर हम भेद नहीं मानते है। हमने सभी धर्माें के लोगों को समान रूप से योग सिखाने का काम किया है। बाबा रामदेव ने कहा कि आज देश राजनैतिक रूप से जरूर आजाद हो चुका है। लेकिन आज भी हमारा देश शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य प्रकार की समस्याओं से जकड़ा है। इसका एक मात्र उपाय है योग। योग के माध्यम से हम हर विधा को हासिल कर सकते है। 

बाबा रामदेव ने एक सवाल के जबाव में कहा कि बिहार में देश के अन्य राज्यों  की अपेक्षा मोटापा एवं अन्य बीमारियों की प्रतिशतता कम है। लेकिन वर्तमान में जो भी मोटापा, बीपी, सूगर और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों के मरीज है। उन्हें योग के माध्यम से ही ठीक किया जा सकता है। इसलिए सबसे पहले बिहार में नालंदा की धरती से उक्त योग शिविर कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। ताकि आप लोग इस योग शिविर में भाग लेकर इन बीमारियों से मुक्त पा सके।

योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हो या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या देश के सभी राज्यों के राजनीतिक पार्टियों से कहता हूं कि योग को बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। क्योंकि योग हमारे पाठ्यक्रम का अभिन्न अंग है। क्योंकि योग से सदाचार बढ़ता है। तो लाजिमी है कि जब सदाचार बढ़ेगा तो दूराचार घटेगा। इसलिए योग को पाठ्यक्रम में शामिल किया ही जाना चाहिए।

पत्रकारों के एक सवाल के जबाव में बाबा रामदेव ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर मचे राजनीति घमासान को लेकर कहा कि जिन्ना भारतीय एकता और अखंडता के आदर्श तो हो ही नहीं सकते हैं। पाकिस्तान के लिए आदर्श भले ही हों, हिंदुस्तान के नहीं। हमें उन्हीं लोगों की तस्वीर लगानी चाहिए जो भारतीय एकता अखंडता और सभ्यता के लिए अपनी जान की कुर्बानी दे दी हो। लेकिन दुर्भाग्य से पिछले दिनों जो राजनैतिक भूचाल चल रहा है । वह किसी भी सूरत में देश के लिए अशोभनीय है।

पत्रकारों के प्रश्नों का जबाब देते हुए बाबा ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप के आगामी 12 मई को होने वाली शादी में भी शामिल हो सकते है। उन्होंने कहा कि मुझे भी लालू प्रसाद यादव के बेटे की शादी का निमंत्रण मिला है। समय मिलने पर शादी में शिरकत करने की भी बात उन्होंने कहीं।

आपको बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में जिन्ना की तस्वीर को लेकर दो मई को हुए बवाल और उसके बाद जारी घटनाक्रम बाद वहां का माहौल अभी भी गर्म है। जिन्‍ना की तस्‍वीर को लेकर दो गुटों में लोग बटें हैं। एक गुट तस्वीर हटाने को अमादा है तो दूसरा इसके खिलाफ। जिन्ना के फोटो विवाद पर विश्वविद्यालय के कुलपति का कहना है कि यह तस्वीर स्टूडेंट यूनियन के हॉल में लगी है और यह कोई नई बात नहीं है। उनका कहना है कि यह तस्वीर 1938 से ही लगी है।

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