सिंधिया को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की अटकलें तेज, बनाए जा सकते हैं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष

संक्षेप:

  • मप्र में कमलनाथ की जगह ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग उठ गई.
  • सिंधिया ने वेणुगोपाल से चर्चा की.
  • इससे सिंधिया को प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की अटकलें तेज हो गईं.

भोपाल: लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में देशभर में संगठन में बदलाव की चर्चाएं तेज हो गई हैं. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं. सोमवार को मिलने पहुंचे पार्टी नेता अहमद पटेल और महासचिव केसी वेणुगोपाल को राहुल ने नया नेता चुनने की बात कही. इधर, मप्र में कमलनाथ की जगह ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग उठ गई. सिंधिया ने वेणुगोपाल से चर्चा की. इससे पहले वेणुगोपाल राहुल से मिले. इसके बाद वे फिर सिंधिया से मिले. इससे सिंधिया को प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की अटकलें तेज हो गईं. इधर, सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आवाज उठाई तो महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने इसका समर्थन कर दिया. दोनों मंत्री सिंधिया खेमे से हैं.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को पिछले वर्ष अप्रैल में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. विधानसभा चुनाव जीतने के बाद वे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों पद संभाल रहे हैं. हालांकि प्रदेश कांग्रेस की ओर से इस बात का खंडन किया गया है कि कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं. वहीं सिंधिया भी गुना लोकसभा सीट से चुनाव हार चुके हैं.

प्रद्युम्न सिंह और इमरती देवी ने कहा- युवा के हाथ में हो प्रदेश की कमान

ये भी पढ़े : राम दरबार: 350 मुस्लिमों की आंखों में गरिमयी आंसू और जुबां पर श्री राम का नाम


कांग्रेसी नेता प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मैं सिंधिया कैंप का होने के नाते यह नहीं कह रहा. प्रदेश का हर कार्यकर्ता चाहता है कि प्रदेश कांग्रेस की कमान युवा व ऊर्जावान व्यक्ति के हाथ में हो.  वहीं इमरती देवी ने कहा कि सिंधिया ऊर्जावान नेता हैं. राहुल गांधी को उन्हें अच्छा पद देना चाहिए, चाहे वह प्रदेश अध्यक्ष का पद हो.

संकेत : राष्ट्रीय सम्मेलन बुला सकती है कांग्रेस, हो सकते हैं 3 कार्यकारी अध्यक्ष

संकेत मिले हैं कि राहुल नहीं माने तो कुछ दिन में पार्टी एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाकर उनसे इस्तीफे पर पुनर्विचार की मांग की जाएगी. राहुल की मदद के लिए तीन कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की भी अटकलें हैं. इनमें एके एंटनी, अहमद पटेल, कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाम हैं. हार के कारणों की समीक्षा-संगठनात्मक ढांचे में परिवर्तन के लिए जल्द समितियां बनेंगी.

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.