राजस्थान में तीन दिनों से भारी बारिश के बाद मौसमी नदियों में उफान , 13 लोगों की मौत

संक्षेप:

  • देश के कई राज्य कुदरत के कहर से परेशान हैं. कुदरत के कहर से परेशान राज्यों में नया नाम अब राजस्थान का जुड़ गया है.
  • पानी की कमी और सूखे के कारण चर्चा में रहने वाले इस राज्य में भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है.
  • लगातार तीन दिनों से यहां हो रही बारिश ने प्रदेश की कई मौसमी नदी में पानी भर दिया है और तालाब लबालब भर गए हैं 

देश के कई राज्य कुदरत के कहर से परेशान हैं. कुदरत के कहर से परेशान राज्यों में नया नाम अब राजस्थान का जुड़ गया है. पानी की कमी और सूखे के कारण चर्चा में रहने वाले इस राज्य में भारी बारिश ने कहर बरपा दिया है. लगातार तीन दिनों से यहां हो रही बारिश ने प्रदेश की कई मौसमी नदी में पानी भर दिया है और तालाब लबालब भर गए हैं. भारी बारिश और इससे संबंधित हादसे में राज्य में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में सीकर से छह, जयपुर से चार और झुंझुनू से तीन लोग हैं. इस बारे में जानकारी राहत सचिव आशुतोष पेडनेकर ने दी.

अगले चौबीस घंटे भी भारी बारिश का अनुमान

प्रदेश में शनिवार को सबसे अधिक बारिश जयपुर शहर और इसके पास चाकसू में हुई. मौसम विभाग का कहना है कि अभी इन इलाकों में बारिश जारी रहेगी और अगले चौबीस घंटे में राज्य के अनेक भागों में भारी या बहुत भारी बारिश हो सकती है. बीते चौबीस घंटे में 10 सेंटीमीटर से अधिक बारिश पूर्वी राजस्थान के बस्सी में 21 सेमी, चाकसू में 18 सेमी, भिनाय में 17 सेमी, बनेड़ा में 15 सेमी, कोटड़ी में 14 सेमी, पलसाग में 13 सेमी, खांडर और सांगानेर में दर्ज की गई है. वनस्थली, निवाय, जमवारामगढ़ और फागी में 10 सेमी बारिश हुई है.

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बारिश के बाद मौसमी नदियों में उफान

पश्चिमी राजस्थान की बात करें तो मेड़ता सिटी में 13 सेंटीमीटर, रायपुर पाली में नौ सेंटीमीटर और जैतारण में सात सेंटीमीटर बारिश हुई है. मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार को जयपुर में 38.8 मिलीमीटर और कोटा में 31.4 मिमी बारिश दर्ज हुई. राजधानी जयपुर में शुक्रवार रात के बाद शनिवार सुबह और दोपहर में अच्छी खासी बारिश हुई. राज्य में मूसलाधार बारिश बीते तीन दिनों से जारी है. इससे मौसमी नदियों उफान आ गया है और पुराने तालाब व छोटे बांध भी भर गए हैं.

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