कांकेर को मिली है कोरोना वैक्सीन की 5740 डोज, हर दिन लगेंगे इतने टीके

संक्षेप:

कांकेर में कोरोना वायरस टीकाकरण की तैयारी जोरों पर है। जिले के तीन केंद्रों में आज यानि शनिवार को तीन सौ लोगों का टीकाकरण हो रहा है, इसके साथ ही टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। टीकाकरण के लिए चिन्हांकित लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार शाम मेसेज भी भेजा गया।

कांकेर में कोरोना वायरस टीकाकरण की तैयारी जोरों पर है। जिले के तीन केंद्रों में आज यानि शनिवार को तीन सौ लोगों का टीकाकरण हो रहा है, इसके साथ ही टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। टीकाकरण के लिए चिन्हांकित लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार शाम मेसेज भी भेजा गया।

टीकाकरण के लिए कांकेर जिले को पहली खेप में 5740 डोज मिली है। कांकेर में पहले चरण में तीन केंद्रों से ही शुरूआत की जा रही है। इसके लिए शुक्रवार देर शाम सभी अमोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व नरहरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन पहुंचा दी गई। पहले दिन प्रत्येक केंद्र में अधिकतम 100 लोगों को ही टीका लगाया जाना है। इस प्रकार पहले तीन 300 लोगों का टीकाकरण होगा, जिसमें अधिकतर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ही होंगे। जिले में टीकाकरण की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग रायपुर से कांकेर के नोडल अधिकारी डाक्टर कमलेश जैन व डब्ल्यूएचओ की अर्पणा मकोवे कांकेर पहुंचे थे, जिन्होंने तीनों केंद्रों का निरीक्षण किया।

डाक्टर कमलेश जैन ने कहा कि टीकाकरण को लेकर की गई तैयारी का निरक्षण किया जा रहा है। टीकाकरण केंद्र स्वास्थ्य सुविधाओं के अंदर होने चाहिए, जिससे आपात स्थिति से निपटा जा सके। प्रत्येक सेंटर में एक संजीवनी 108 तैनात रहेगी। प्रतिक्षा कक्ष, वैक्सीन कक्ष व निगरानी कक्ष की तैयारी देख रहे हैं। स्टाफ की ट्रेनिंग देखी जा रही है। इस बात का विशेष ध्यान दिया जाएगा, टीकाकरण के बाद हितग्राही निगरानी कक्ष में पूरे 30 मिनट रूके, इसमें कोई कोताही न बरती जाए। कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इतिहास में ऐसी कोई दवा नहीं है, जिसका साइड इफेक्ट न हो। लेकिन भारत सरकार के मार्गदर्शन में वैज्ञानिकों की टीम के द्वारा वैक्सीन तैयार किया गया है, जिसका कम से कम साइडइफेक्ट हैं। इसके चलते हमें विश्वास है कि किसी प्रकार की समस्या नहीं है। टीकाकरण कई वर्षों से हो रहा है, जिसमें सभी बातों का ध्यान रखा जाता है। कोरोना का वैक्सीन पहली बार लग रहा है, इसलिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यदि किसी व्यक्ति को टीका लगने के बाद शरीर में लाल चकत्ते आए, खुजली होने लगी, दर्द होने लगा तो उसका तत्काल उपचार किया जाएगा। बेहोश होने, चक्कर आने या उल्टी होने की संभावना कम है, लेकिन ऐसी परिस्थितियों से निपटने की तैयारी भी है।

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खुफिया विभाग की ओर अलर्ट जारी होने और नक्सलियों द्वारा वैक्सीन लूटने की आशंका जताए जाने की प्रश्न पर डाक्टर जैन ने कहा कि सेंटरों तक सुरक्षा के साथ वैक्सीन पहुंचाया जाएगा। हमारा विश्वास है कि ऐसी कोई घटना नहीं होगी। यह मानवता का कार्य है और अब तक किसी ने अमानवीय कार्य नहीं किया है। नक्सलियों से भी इस प्रकार की कोई समस्या स्वास्थ्य विभाग से नहीं आई है। निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ जेएल उइके, सिविल सर्जन आरसी ठाकुर, टीकाकरण प्रभारी आईके सोम, बीएमओ ओमकार पटेल मौजूद थे।

कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें कोरोना का टीका नहीं लगाया जाएगा। डाक्टर कमलेश जैन बताया कि कोविड के एक्टिव मरीज को टीका नहीं लगाया जाएगा। उसके स्वस्थ होने के 7 से 8 सप्ताह के बाद लगाया जाएगा। किसी गर्भवती महिला को कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। ऐसी माता जो बच्चों को स्तनपान करा रही हैं, उन्हें भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी।

जिले का 574 वायल अर्थात शीशी कोरोना वैक्सीन की डोज प्राप्त हुई है। प्रत्येक वायल में दस डोज हैं, जिससे 5740 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा सकेगा। जिले के लिए 1148 वायल रायपुर पहुंच गया है, जिसमें 11480 लोगों को टीका लगाया जा सकता है, लेकिन जिन 5740 लोगों को पहले डोज लगाई जाएगी, उन्हें ही 28 दिन बाद फिर से बुस्टअप डोज दिया जाना है।

टीकारण के लिए स्वास्थ्य अमला तैयार है। जिलेभर में 24 केंद्रों को कोरोना टीकाकरण के लिए चिन्हांकित किया गया है, लेकिन पहले चरण में मात्र तीन केंद्रों में ही टीकाकरण प्रारंभ होने जा रहा है। टीकाकरण केंद्रों में पांच लोगों की टीम होगी। टीम में चार स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी होंगे व एक सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेगा। प्रथम चरण में शासकीय कोमलदेव जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरहरपुर व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आमोड़ा को शामिल किया गया है।

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