सपने में आये थे हनुमान! कहा- खुदाई करो मुझे बाहर निकालो, खुदाई में निकली प्राचीन प्रतिमा

संक्षेप:

  • सपने में आये थे हनुमान
  • कहा- खुदाई करो मुझे बाहर निकालो
  • खुदाई में निकली प्राचीन प्रतिमा

कानपुरः कानपुर से शहर से 55 किलोमीटर दूर पवन सुत नाम का प्राचीन मंदिर है। यह सैकड़ों साल पुराना मंदिर है यह मंदिर मुस्लिम आबादी क्षेत्र में बना है। इस मंदिर का इतना अधिक महत्व है कि आसपास के जनपदों से भक्त दर्शन के लिए आते है। संकट मोचन की प्रतिमा के दर्शन मात्र से लोगों के दुःख दर्द दूर हो जाते है। वहीं यहां पर बच्चों के मुंडन संस्कार और मांगलिक कार्यक्रमों का भी आयोजन चलता रहता है।

घाटमपुर तहशील स्थित जहागिरा बाद में सैकड़ों साल पुराना पवनसुत हनुमान मंदिर है। इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है, जहागिराबाद में रहने वाले रामजी शुक्ला को एक रात हनुमान जी का सपना आया था कि मुझे खुदाई करके बाहर निकालो। जब उन्होंने अगले दिन उसी स्थान पर खुदाई कराई तो बजरंगबली की यह प्राचीन मूर्ति निकली थी। इसके बाद दूध से स्नान कराकर उनका भव्य श्रृंगार किया गया था। जिस स्थान पर प्रतिमा निकली उसी स्थान पर मूर्ति की स्थापना कराई गई थी।

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मंदिर की देखभाल करने वाले राजन महाराज के मुताबिक यह बहुत ही पुराना मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण कराने वाले वाले राम जी शुक्ला तो इस दुनिया में नहीं है। लकिन उनके बच्चे है वह सभी अब शहर में रहते है। लेकिन उनके द्वारा बनवाई गई इस प्राचीन धरोहर को हम सभी ने संभाल कर रखा है। उन्होंने बताया कि पवनसुत मंदिर बहुत ही विख्यात है मंदिर में दर्शन के लिए उन्नाव, फतेहपुर, हमीरपुर और आसपास के गांव से लोग दर्शन के लिए आते है। इसके साथ ही कानपुर शहर के बड़े-बड़े व्यापारी भी आते है। मंदिर में लगातार दर्शन करने आने वाले भक्तों की मनोकामनाए पूरी होती है।

उन्होंने बताया कि यहां पर बड़ी संख्या में मुंडन संस्कार कराने के लिय भी लोग आते है। इसके साथ ही आपसी सहयोग से लगातार मंदिर का निर्माण कार्य जारी है, नवरात्री में यहां पर कई दिनों तक पूजा पाठ और राम लीला का भी आयोजन किया जाता है।

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