कानपुर: Rotomac Company के मालिक विक्रम कोठारी के घर CBI का छापा

संक्षेप:

  • रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी के घर छापा
  • लखनऊ से आई सीबीआई की टीम ने छापेमारी में जुटी
  • मौके से मिले दस्तावेजों की हो रही जांच   

कानपुर: सावर्जनिक क्षेत्र की बैंको से कथित 5000 करोड़ रुपयों का लोन लेकर बैठे कानपुर में स्थित पैन बनाने वाली विश्व की मश्हूर कंपनी रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी अब सीबीआई की जद में हैं। सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर छापेमारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लखनऊ से आई सीबीआई की एक टीम ने उनके आवासीय और कारोबारी ठिकानों पर छापा मारा है। गौरतलब है कि 16 फरवरी को बैंकों द्वारा विक्रम कोठारी की कम्पनियों को हजारों करोड़ के ऋण अनियमित तरीकों से दिए जाने का खुलासा किया था। इसके बाद से सभी बैकों में हड़कम्प मच गया।

जिसके बाद एनसीएलटी ने 20 फरवरी को कानपुर में कोठारी को एलओयू जारी करने वाले बैंकों के साथ बैठक बुलाई है। कोठारी को फायदा पहुंचाने वाले बैंक प्रबन्धन के बड़े अधिकारी अपनी कुर्सी बचाने के लिए कोठरी को सुलह की मेज पर लाने के रास्ते तलाशने लगे हैं। रोटोमैक कम्पनी के मालिक विक्रम कोठारी मीडिया के सवालों का सामना करने से बच रहे हैं।

रविवार को वे एक विवाह समारोह में शामिल होने कानपुर कैंट पहुंचे थे तो समारोह स्थल के बाहर मीडियाकर्मियों ने उनसे 5000 करोड़ के ऋण हासिल करने से सम्बन्धित सवाल करने चाहे लेकिन कोठारी बिना रुके आगे बढ़ते गए। उन्होने एक हाथ से न्यूज चैनलों के माइक हटाए और दूसरे हाथ से मोबाइल फोन कान से लगाकर मीडिया को नजरअन्दाज करने की कोशिश की। इसके बाद वे खिड़की पर काले शीशे वाली गाड़ी में बैठकर वहां से निकल गए।

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आपको बता दें कि कोठारी पर शहर की विभिन्न बैंकों का 3600 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। कोठारी पर चेक बाउंस का केस भी दर्ज है, जिसमें पुलिस काफी लंबे समय से उनकी तलाश कर रही है। एक समय रोटोमैक का विज्ञापन मश्हूर फिल्म अभिनेता सलमान खान करते थे। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह करीब 5 हजार करोड़ रुपये का घोटाला है।

शहर के जाने माने उद्यमी व रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी सिर्फ इलाहाबाद बैंक के 352 करोड़ रुपये के ही कर्जदार नहीं हैं। इन पर बैंक ऑफ इंडिया का भी करीब 1395 करोड़ रुपये का कर्ज है। विक्रम कोठारी की चार कंपनियों के नाम से शहर की बिरहाना रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच में चार अलग-अलग खाते हैं।

ये सभी खाते वर्ष 2015 में एनपीए हो चुके हैं। बैंक लगातार विक्रम कोठारी और फर्म के डायरेक्टरों से पत्राचार कर रहा है, लेकिन कर्ज की रकम नहीं चुकाई जा रही। बैंक ऑफ इंडिया की ओर से भेजे गए सामान्य नोटिसों का भी जवाब नहीं दिया जा रहा है।

सरफेसी एक्ट के तहत भेजा जाएगा नोटिस

सामान्य नोटिसों का निर्धारित समय पूरा होने के बाद खातों में सुधार न होने पर बैंक के सेंट्रल ऑफिस ने आपत्ति जताई है। बैंक विक्रम कोठारी को अब सरफेसी एक्ट के तहत नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही उद्यमी ने अपने एनपीए खातों में कर्ज की रकम जमा नहीं कराई तो बैंक बंधक संपत्तियों को कब्जे में ले लेगा।

अब तक कुल कर्ज बैंक कर्जा

फिलहाल, इंडियन ओवरसीज बैंक ने रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी के करीब 650 करोड़ रुपये के डिपॉजिट (एफडीआर) जब्त कर लिए हैं। बैंक ने यह कार्रवाई 1400 करोड़ रुपये का कर्ज न चुका पाने की वजह से की है। विक्रम कोठारी का इसी बैंक पर अब भी 750 करोड़ रुपये बकाया है। रकम की वसूली के लिए अब बैंक डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल (ऋण वसूली अधिकरण) जाने की तैयारी कर रहा है।

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