कानपुरः बच्चों ने दिव्यांगों के लिये बनाया ऑटोमैटिक व्हीलचेयर

संक्षेप:

  • आठ छात्रों ने मिलकर बनाया ये व्हीलचेयर
  • वॉइस कमांड के जरिये काम करती है  
  • IIT की तरफ से बच्चों को मिले सर्टिफिकेट

कानपुरः कहते है कि दिल में किसी के लिए कुछ करने का जज्बा हो तो हौसलों की उड़ान के लिये पंखों की जरुरत नहीं है। कानपुर में 9वीं क्लास के बच्चों ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है। बच्चों ने दिव्यांगों के लिये एक ऑटोमैटिक व्हीलचेयर का मॉडल बनाया है जो कि वॉइस कमांड के जरिये काम करती है। इस व्हीलचेयर को कानपुर के एक प्राइवेट स्कूल के आठ छात्रों ने दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद बनाने में सफलता हासिल की।

दरअसल आईआईटी कानपुर में इस समय टेककृति का कार्यक्रम चल रहा है जिसमें आईआईटी छात्र अपने द्धारा बनाये गये सामानों का डेमो दे रहे है। लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रही दिव्यांगों के लिये बनाई गयी इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर का मॉडल। इस व्हीलचेयर को एक प्राइवेट स्कूल के क्लास 9 के आठ छात्रों ने दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद बनाने में सफलता हासिल की। इस प्रोजेक्ट को बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले साहिल ने बताया कि एक घटना हुयी थी जिसमें एक दिव्यांग के घर में आग लग गयी थी जिससे वह बाहर नहीं निकल सका और उसकी मौत हो गयी थी। उसी घटना को देखकर इसको बनाया गया है। साहिल का कहना है कि यह व्हीलचेयर वॉइस कमांड के जरिये काम करता है जैसे बोला जायेगा यह वैसे काम करेंगी। बच्चों की टीम इस पर अभी और काम कर रही है जल्दी ही इसको ऐसा बनाया जायेगा जिससे यह इशारों पर काम करेगी। यह बच्चे इस व्हीलचेयर को ऐसा बनाने जा रहे है जिससे वह सीढ़ियों पर भी चल सकेगी।    

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आईआईटी टेककृति में जब बच्चों ने अपने मॉडल का डेमो दिया तो उनकी परफॉर्मेंस देखकर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र भी अचंभित रह गए। कानपुर आईआईटी की तरफ से बच्चों को सर्टिफिकेट दिए गये।

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