कानपुरः IIT के स्टूडेंट लाएंगे 'मेड इन इंडिया' फ्लाइंग टैक्सी

संक्षेप:

  • air taxi बनाने के लिए IIT को मिले 15 करोड़
  • मेकिंग इंडिया के तहत होगा टैक्सी का निर्माण
  • रेस्क्यू ऑपरेशन में भी होगी इस्तेमाल

कानपुर: कानपुर वासियों को जल्द ही एयर टैक्सी की सुविधा मिल सकेगी. अब लोग हवा में अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे. जाम से निजात दिलाने के लिए आईआईटी के एयरोस्पेस विभाग एक एयर टैक्सी बनाने का काम कर रहा है. यह टू शीटर एयर टैक्सी बिना किसी रनवे के टेकऑफ और लैंड करेगी. इस एयर टैक्सी का इस्तेमाल रेस्क्यू ऑपरेशन में भी किया जा सकता है. आने वाले कुछ वर्षो में जाम की स्थिति इतनी भयावह हो जाएगी की इसकी कल्पना भी कर सकते हैं.

मेकिंग इंडिया के तहत हो रहा है एयर टैक्सी का निर्माण

आईआईटी एयरोस्पेस विभाग में मेकिंग इंडिया के तहत एयर टैक्सी का निर्माण किया जा रहा है. यह अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है ,इसके लिए एक माडल तैयार किया जा रहा है जिसका वजन लगभग एक हजार किलो ग्राम होगा. इसके सफल परिक्षण के बाद मुंबई में इसके लिए फैक्ट्री भी लगाई जाएगी.

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रेस्क्यू ऑपरेशन में भी होगी इस्तेमाल

इस एयर टैक्सी का इस्तेमाल रेस्क्यू ऑपरेशन में भी किया जा सकता है. बर्फीले पहाड़ो और पहाड़ी इलाको में इस इसका टैक्सी बेहतर इस्तेमाल होगा. एयर टैक्सी में जो इंजन लगाया जाएगा वो कम से कम आवाज करेगा. सीक्रेट ऑपरेसंस में भी इसके इस्तेमाल हो सकेगा. कम आवाज के कारण आतंकियों को इसकी भनक भी नहीं लग पाएगी और एयर टैक्सी दुश्मनों के करीब पहुंच जाएगी.

10 से 12 हजार फीट उंचाई तक उड़ सकती एयर टैक्सी

आईआईटी एयरोस्पेस विभाग के विभागाध्यक्ष एके घोष के मुताबिक एयर टैक्सी लगभग 10 से 12 हजार फीट उंचाई तक उड़ सकती है. यह लगभग 125 मीटर प्रति सेंकेंड की स्पीड से चलेगी. इस सुरक्षा के मनको का भी ध्यान रखा गया है,किसी आपदा के दौरान पैरासूट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. आने वाले पांच साल में इसे बेहतर तरीके से डेवलप कर दिया जाएगा.

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