स्कूलों की मनमानी फीस को लेकर कानपुर में अभिभावकों का अनोखा प्रदर्शन

संक्षेप:

  • जंजीरों में जकड़ा अभिभावक ने किया प्रदर्शन
  • कहा- माफिया के जाल में शिक्षा
  • अध्यादेश का नहीं कर पाए पालन

कानपुरः योगी सरकार ने निजी स्कूलों पर नकेल कसने के लिए एक अध्यादेश पारित किया था। जिसमें स्कूल संचालकों को मनमानी फीस सहित अनेक तरह के चार्ज वसूलने पर रोक लगाई गई थी। लेकिन सरकार के आदेश को संचालक रद्दी टोकरी में डालकर पहली की तरह बच्चों के अभिभावकों को लूट रहे हैं। शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं होने से नाराज अभिभावक शुक्रवार को सड़कों पर उतर आए और अपने-आपाके जंजीरों में जकड़ कर प्रोटेस्ट मार्च निकाला। वह नारेबाजी करते हुए कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और उन्हें ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की। अभिभावक एसोसिएशन के अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्रा ने बताया कि कानपुर के सभी प्राईवेट स्कूलों पूराने ढर्रे पर कार्य कर रहे हैं। बच्चों से हवा, पानी, टॉयलेट, कॉपर-किताब, ड्रेस सहित अनेक प्रकार के चार्ज लागा अभिभावकों से पैसे वसूल रहे हैं। मिश्रा ने कहा कि यदि इन पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह सीएम आवास के बाहर भूख हड़ताल पर बैठेंगे।

अध्यादेश का नहीं कर पाए पालन

यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए थे। साथ ही निजी स्कूलों की मनमानी पर भी अंकुश लगाने के लिए एक अध्यादेश कैबिनेट के जरिए पास कर सख्त नियम बनाकर उनका पालन करने के आदेश संचालकों को दिए थे। मगर, सरकार के आदेश का न तो सरकारी तंत्र पर ही कोई असर दिख रहा है और न ही निजी स्कूलों पर। लिहाजा निजी स्कूल बिना किसी खौफ के अभिभावकों की जेब काट रहे हैं। नर्सरी तक में एडमिशन को लेकर ही मोटी रकम वसूली जा रही है। इसी के चलते शुक्रवार को अभिभावक संघ के अध्यक्ष के नेतृत्व में सैकड़ों महिला-पुरूष सड़क पर उतरे। अभिभावकों ने निजी स्कूलां की मनमानी के खिलाफ अपने आप को जंजीरों में जकड़कर मंडलायुक्त कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला और जमकर नारेबाजी की।

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जंजीरों में जकड़ा अभिभावक

एसोसियसन के अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने पूरे प्रदेश के निजी स्कूलों को निर्देश दिए थे की वह एक लिमिट तक फीस बढ़ाएं। साथ ही जूते चप्पल बेचने वाले स्कूलों पर नकेल कसने के लिए प्रशासन को आदेश दिया था। लेकिन कोई भी स्कूल आदेशों का पालन नहीं कर रहा है। निजी स्कूलों में दस से बीस परसेंट तक फीस बढ़ाई जा रही है जिसका अभिभावक संघ विरोध कर रहा है। प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों के लिए जो नियम कानून बनाये हैं उसका पालन हो और मनमानी पर रोक लगानी चाहिए। अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश सरकार को जताना चाहते हैं कि अभिभावक कहीं ना कहीं निजी स्कूलों के मनमानी के चलते जंजीरो से जकड़ा हुआ है। अभिभावक संघ का कहना है की अगर निजी स्कूलों की मनमानी नहीं रुकेगी तो इस तरह का प्रदर्शन जारी रहेगा।

माफिया के जाल में शिक्षा

मिश्रा ने बताया कि निजी स्कूल संचालक तमाम मदों का हवाला देकर मोटी फीस वसूल रहे हैं। फीस से लेकर सिलेबस तक देने में अभिभावकों की बेधड़क होकर जेब काटी जा रही है। सीबीएसई, आईसीएसई से जुड़े स्कूलों ने तो मनमानी की हद ही कर दी है। शहर के कई स्कूल तो सीबीएसई के आदेशों को दर किनार करते हुए स्कूलों से ही सिलेबस बेच रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग ने इन पर कोई शिकंजा नहीं कसा है। अभिभावकों का कहना है कि प्राईवेट स्कूल शिक्ष के बजाए व्यापार बन गए हैं। अभिभावक रमेश तिवारी ने बताया कि कानपुर में निजी स्कूलों का संचालक माफियाओं के हाथों में है और उनकी पकड़ सत्ताधारी नेताओं से है। इसी के चलते प्रोटेस्ट के बाद भी शासन-प्रशासन कार्रवाई नहीं करता।

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