कश्मीर का बीज नेहरू-गांधी परिवार ने बोयाः साध्वी

संक्षेप:

  • साध्वी बोलीं- जिसे इस देश से प्यार नहीं
  • उसे देश में रहने का अधिकार नहीं
  • हिन्दू धर्म को बदनाम करने की साजिश

कानपुरः अपने विवादित बयानों के लिए प्रसिद्ध साध्वी प्राची ने कानपुर में आयोजित संत सम्मलेन में किसी का बिना नाम लिए कहा कि `एक व्यक्ति कहता है कि कश्मीर को आजादी दो। उसे शर्म आनी चाहिए। उस नेता को, उस पार्टी को। कश्मीर का बीज गांधी-नेहरु परिवार ने बोया था। पानी उस पार्टी ने दिया, जिसकी वजह से यह पेड़ इतना बड़ा हो गया कि उसे बचाना मुश्किल हो गया है, जिसको इस देश से प्यार नहीं। उसे देश में रहने का अधिकार नहीं है।`  

दरअसल रविवार को यहां राम मंदिर के मुद्दे एक संत सम्मलेन का आयोजन किया गया। जिसमें जगतगुरु शंकराचार्य वासुदेव सरस्वती महाराज, स्वामी चिन्मयानंद, रामविलास वेदान्ती, साध्वी प्राची समेत कई मंडलेश्वर शामिल हुए। यहां राम मंदिर पर विस्तर से चर्चा हुई। रामविलास वेदान्ती ने कहा कि `पाकिस्तानी आतंकवादी नहीं चाहते हैं कि राम मंदिर मुद्दा ख़त्म हो।`

रामविलास वेदान्ती ने कहा कि `पाकिस्तानी आतंकवादी तथा कथित सुन्नी वक्फ बोर्ड के लोगों को पैसा देकर यह झगड़ा हमेशा हमेशा के लिए ख़त्म नहीं करना चाहते हैं। रामलला मंदिर का श्री गणेश 18 अक्टूबर 2017 को प्रदेश के सीएम योगी ने कर दिया है।`

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रामविलास वेदान्ती ने कहा कि `मंदिर मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए लिए कोई भी आ सकता है। राम मंदिर बने चाहे हिन्दू मध्यस्ता करे या मुस्लिम करे, चाहे सिया वक्फ बोर्ड करे या सुन्नी वक्फ बोर्ड करे, चाहे देसी करे या विदशी करे। राम जन्मभूमि मुद्दे के लिए हम सभी तरह से तैयार हैं।` वहीं साध्वी प्राची व रामविलास वेदांती कमल हासन के बयान पर जमकर बरसे।

हिन्दू धर्म को बदनाम करने की साजिश

साध्वी प्राची ने कहा कि एक सिर फिर व्यक्ति हिंदुस्तान के अन्दर कहता है कि हिन्दू धर्म आतंकवाद को बढ़ावा देता है। मुझे बड़ी शर्म आती है ऐसी बाते सुनकर बड़ा अफ़सोस होता है। उस सिर फिरे को यह नहीं मालूम कि हिंदुस्तान की परंपरा, संस्कृति, धर्म क्या है। यह लोग हिन्दू धर्म को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।

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