कन्नौज की रैली में डिंपल यादव ने मायावती के छुए पैर

संक्षेप:

  • लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के चुनाव प्रचार के लिए गुरुवार को बसपा सुप्रीमो मायावती कन्नौज पहुंचीं।
  • गठबंधन होने के बाद से ही मैं डिम्पल यादव को अपने परिवार की बहू मानकर चलती हूं।
  • मायावती ने कहा कि, मुझे यकीन है कि इस बार आप `नमो-नमो` करने वालों की छुट्टी करने वाले हैं

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के चुनाव प्रचार के लिए गुरुवार को बसपा सुप्रीमो मायावती कन्नौज पहुंचीं। कन्नौज से महागठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं। मायावती ने कन्नौज में उनके लिए वोट मांगे। इस दौरान मंच पर जब मायावती पहुंची को डिंपल यादव ने उनका प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। इसके बाद डिंपल यादव ने मायावती के पैर छूकर जीत का आशीर्वाद लिया। मायावती ने डिंपल यादव के सिर पर हाथ रखकर उन्हें जीत का आशीर्वाद दिया।

मायावती ने कन्नौज में सपा सांसद डिंपल यादव के समर्थन में वोट देने की अपील करते हुए कहा कि, गठबंधन होने के बाद से ही मैं डिम्पल यादव को अपने परिवार की बहू मानकर चलती हूं। आप लोग डिंपल को रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जिताकर एक बार फिर से संसद भेजें। मुझे हमेशा से ही अखिलेश जी के द्वारा एक बड़े की तरह सम्मान मिला है। हमारे गठबंधन को तोड़ने के लिए इस बार बीजेपी एंड कंपनी का कोई भी हथकंडा काम नहीं आएगा।

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मायावती ने कहा कि, मुझे यकीन है कि इस बार आप `नमो-नमो` करने वालों की छुट्टी करने वाले हैं और `जय भीम` वालों को लाने वाले हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि, आपको मालूम होगा कि आज़ादी के बाद केंद्र और प्रदेश में कांग्रेस का ही शासन रहा है। मगर इतने समय बाद भी प्रदेश से गरीबी और बेरोज़गारी दूर नहीं हुई। जब मंडल कमीशन की रिपोर्ट आई तो कांग्रेस ने उसे लागू नहीं किया। ये रिपोर्ट तब जाकर लागू हुई जब वी.पी. सिंह सत्ता में आए। बाबासाहब ने संविधान बनाया। उनके जीते जी और उनके मरने के बाद भी उनके अनुयायी उन्हें भारत रत्न देने की बात कहते रहे, मगर कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया।

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