उन्नाव गैंगरेप केस के मुख्य गवाह के विसरा नमूने को भेजा FSL, रिपोर्ट का इंतजार

संक्षेप:

  • यूनुस खान के शव का हुआ पोस्टमार्टम
  • 23 अगस्त को कथित तौर पर बीमारी से हुई थी मौत
  • लखनऊ के फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजे नमूने

उन्नाव बलात्कार मामले के गवाह यूनुस खान के शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम किया गया है। आपको बता दें कि उसकी मौत कुछ दिन पहले कथित रूप से बीमारी के कारण हुई थी। कब्र से शव निकालने का काम मुस्लिम धर्म गुरू काजी साहब की देख-रेख में किया गया। दरअसल, उन्नाव में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की कथित संलिप्तता वाले बलात्कार और हत्या के मामले के एक गवाह की 23 अगस्त को कथित तौर पर बीमारी से मौत हो गई थी।

यूनुस खान के विसरा नमूने को लखनऊ के फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेजा है, ताकि मौत का कारण स्पष्ट हो सके। यूनुस कथित बलात्कार पीड़िता के पिता को बीजेपी विधायक के भाई तथा अन्य लोगों द्वारा बेरहमी से पीटे जाने का गवाह था। पीड़िता के चाचा ने यूनुस की मौत के बाद पुलिस से शव का पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की थी। हालांकि, परिवार का कहना है कि यूनुस की मौत लीवर संबंधी बीमारी के चलते हुई थी।

आपको बता दें कि, पोस्‍टमार्टम करने वाले डॉक्‍टरों ने जांच के लिए उसका विसरातीन जार में रखा था। पहले जार में लंग्स के पीस, हार्ट का पीस, ब्रेन का पीस, दूसरे जार में लीवर का पीस गाल ब्लेडर समेत, दोनों किडनी का पीस और तीसरे जार में पेट का पीस, छोटी आंत का पीस रखा गया। डॉक्टरों का मानना है कि अगर व्‍यक्ति को जहर देकर मारा गया है तो शव दफनाने के कुछ दिन बाद जहर के कण मिट्टी में आ जाते हैं।

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इसलिए मिट्टी को भी सुरक्षित कर जांच को भेजा गया है। डॉक्‍टरों ने यूनुस के डीएनए सैम्पल के रूप में कॉलर बोन का पीस, सीने की हड्डी का पीस और सिर के बाल को सुरक्षित किया गया है। डॉक्टर की मानें तो लीवर अत्यधिक सिकुड़ा मिला, जो बीमारी की ओर इशारा कर रहा है। हालांकि मौत का कारण स्पष्ट न होने से विसरा सुरक्षित किया गया है। 

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