पाकिस्तान की गोलाबारी में फतेहपुर का लाल शहीद, 20 जून को होनी थी शादी

संक्षेप:

  • रमज़ान में पाक की फायरिंग
  • शहीद हुए फतेहपुर के विजय पांडेय
  • 20 जून को होनी थी शादी

कानपुरः पाकिस्तान ने आज सुबह एक बार फिर बगैर किसी उकसावे के इंटरनेशनल बॉर्डर (आईबी) पर गोलीबारी की। इस गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान एएसआई सत्य नारायण यादव और कॉन्स्टेबल विजय कुमार पांडेय शहीद हो गए। विजय कुमार पांडेय फतेहपुर निवासी थे। जैसे ही विजय के शहीद होने की सूचना गांव पहुंची तो वहां कोहराम मच गया। रविवार सुबह से ही गांव वाले पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने के लिए पहुंचे। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी पीड़ित परिजनों से सम्पर्क किया। रविवार सुबह अधिकारी भी उनके घर पहुंचे। शहीद का शव सोमवार को गांव लाया जाएगा।

सठिगंवा गांव फतेहपुर निवासी राजू पांडेय किसान हैं। उनका बेटा विजय कुमार पाण्डेय बीएसएफ में जवान थे। वर्तमान में विजय की पोस्टिंग  33वीं बटेलियन बीएसएफ में थी।वह जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में तैनात थे। परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार देर रात अखनूर सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से भारी गोलाबारी की गई। घटना में विजय और उनके एक साथी सत्य नारायण यादव शहीद हो गए। बीएसएफ की तरफ से देर रात विजय के परिजनों को सूचना दी गई। गांव में सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। विजय के घर से रोने और चिल्लाने की आवाज सुनकर अन्य ग्रामीण वहां इकट्ठा हो गए। रविवार सुबह से ही पूरा गांव पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने में लगा है।

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विजय के परिवार में पिता के अलावा एक भाई अजय पाण्डेय हैं जो नगर निगम कानपुर में नौकरी करते हैं। विजय की शुरुआती पढ़ाई गांव के ही प्राइमरी विद्यालय से हुई थी। उसके बाद उन्होंने आदर्श इंटर कॉलेज सालेपुर से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। कानपुर में डिग्री कॉलेज में इन्होंने पढ़ाई शुरू की थी उसी दौरान बीएसएफ में तैनाती हो गई। 4 जुलाई 2012 को विजय बीएसएफ में भर्ती हुए थे।

20 जून को थी शादी

शहीद जवान विजय पाण्डेय की 20 जून को शादी होनी थी। 15 जून को उनका तिलक था। इसके लिए शहीद ने छुट्टी के लिए आवेदन भी कर रखा था जो मंजूर हो चुका था। विजय 5 जून से छुट्टी पर घर आने वाला था।

मां को मिली पहली सूचना

घटना के बाद बीएसएफ की तरफ से फोन किया गया तो विजय की मां सविता देवी ने फोन उठाया। बेटे के शहीद होने की पहली सूचना मां को मिली। सूचना मिलते ही सविता देवी के हाथ से फोन गिरा और वह खुद रोते हुए जमीन पर बैठ गई। जिसके बाद अन्य परिजनों को घटना की जानकारी हो सकी।

मंत्री पहुंचेंगे शहीद के घर

घटना के बाद केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और प्रदेश के कारागार मंत्री जयकुमार जैकी ने भी शहीद के परिजनों से सम्पर्क किया है। रविवार की दोपहर तक दोनों मंत्री शहीद के घर पहुंचेंगे।

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