Ambedkar Jayanti 2019:अंबेडकर जयंती पर जानिए, बाबा साहेब का सिद्धांत

संक्षेप:

  • डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल सन् 1891 में हुआ था
  • मध्यप्रदेश के महू में हुआ था जन्म
  • मरणोपरांत 1990 को भारत रत्न  से सम्मानित किया गाया

न्यूज डेस्कः भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल सन् 1891 में मध्यप्रदेश के महू में हुआ था...बाबा साहेब के नाम से मशहूर आंबेडकर ने अपना सारा जीवन हिंदू धर्म में जाति व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष में बिता दिया।

बाबा साहेब को मरणोपरांत 31 मार्च 1990 को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। बाबासाहेब का जीवन सचमुच संघर्ष और सफलता की ऐसी अद्भुत मिसाल है जो शायद ही कहीं और देखने को मिले। जीवन भर वह दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाते रहे। साथ ही उन्होंने हमेशा मजदूरों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। आइए जानते हैं बाबा साहेब के कुछ विचार-

  1. बाबा साहेब कहते थे `जीवन लम्बा होने के बजाय महान होना चाहिए`
  2. मैं ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।
  3. हिन्दू धर्म में विवेक, कारण और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।
  4. उन्होंने कहा, यदि मुझे लगा कि संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो मैं इसे सबसे पहले जलाऊंगा।

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