कोरोना कहर: रात में दो-दो बजे तक हो रहा है अंतिम संस्कार, श्मशान भूमि पर लाशों का लग रहा है ढ़ेर

संक्षेप:

  • लखनऊ के श्मशान घाटों पर हर दिन लग रहा है लाशों का ढेर
  • हर दिन सैकड़ो के संख्या में आ रहे है शव
  • मशीन साथ-साथ अलावा लकड़ी के जरिए भी हो रहा है अंतिम संस्कार

लखनऊ- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना का स्तर लगातार बढ़ते चला जा रहा है। जानलेवा बीमारी कोरोना बड़ी तेजी से लोगों की जान ले रहा है। हर दिन श्मशान घाटों पर लाशों का ढ़ेर लग रहा है। आलम यह है की हर दिन रात के दो-दो बजे तक अंतिम संस्कार किया जा रहा है। श्मशान भूमि में शनिवार से ही सैकड़ो की संख्या में शव पहुंच रहे है। शवों की संख्या बढ़ने से लोग दूर-दूर से अंतिम संस्कार करने आए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। घाट पर इतनी बड़ी संख्या में शवो का आने की एक वजह कोरोना बताई जा रही है।

श्मशान में इतनी बड़ी संख्या में शव आने के कारण ही प्रशासन ने संक्रमित शवों को विधुत शवदाह गृह के अलावा लकड़ी से भी जलाने का काम शुरू कर दिया है।  बड़ी संख्या में शव आने के वजह से देर रात तक अंतिम संस्कार की क्रिया रोजाना चल रही है।

शवों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब शवों का अंतिम संस्कार लकड़ी जलाकर भी किया जा रहा है। शवों को जलाने के लिए लकड़ी नगर निगम कान्हा उपवन से ला रही है। नगर निगम हाइवा के मदद से लकड़ी मंगवा रही है।

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


इसपर नगर निगम के मुख्य अभियंता विद्दुत यांत्रिक राम नगीना त्रिपाठी ने बताया कि विधुत शवदाह गृह के अंतिम संस्कार में डेढ़ घंटे का वक्त लगता है। विधुत शवदाह मशीन में 45 मिनट अंतिम संस्कार में लगता है और इतना ही वक्त इसे सैनिटाइज करने में भी लगता है। श्मशान में लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत नही हो इसका भी नगर निगम पूरे तरह से ख्याल रख रही है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles